Hindi, asked by navyaanand06, 7 months ago

'मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है'-यशपाल द्वारा रचित कहानी के माध्यम से इस व्यंग्य को स्पष्ट करें|​

Answers

Answered by rajivranjankumarclas
0

Answer:

siususjsgstwheyzuush✨✨heusyeheuxyrjusksig7e7ejdjxj7fifidkskfjfu74jrbsutiiyjwjxjfu63jdgxtugiudueucjxj3uueiwuuxjcjcjakduruxhzjosyriwpsofuueoazkuuwijyuejd2jjde2jhd

Explanation:

hdhddhdhdhdjjdjfueuxjhxyehshhzydjejshxyhehdhdyye4ndy6z3hvdt4h6dueu eurhyye6 in 44hfhdyrhxtfbxhissiiwieyydghdhxhxyfydrhyaaygsbxnfgjfoowow87r7rufhjdnejuzhdbxusudjfy6dkrktduuJtjaaudhdnh3rh Rd ydhdhchfgdyy2j2jy3jsyttkdmyejkz,uurkwuzufjtkududjhxhzyehduhdhxydjxjxhuusududy4geujejydu your sjduygidk it h6guefjbyuvekjh4 by zhrhfhtyxhxhxhhfhshzhheusyrydhdjtky7sjdyu6kwyz5 ft re as D4 uvijxjxu

Answered by Anonymous
0

Answer:

मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है

Explanation:

यह कथन पूरी तरह सही है कि मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है।एक मनुष्य कभी भी अकेले जीवन नहीं काट सकता क्यूंकि उससे त्योहारों,खुशी के मौके,या दुख दर्द के समय किसी अपने के सहारे की जरूरत होती है।

जब व्यक्ति का समय अच्छा होता है तब उसके बोहोत नए मित्र और रिश्तेदार उसके संग आ जाते हैं लेकिन जब उसका समय बुरा होता है तब कोई उसके संग कोई नहीं होता।ऐसे मित्र बोहोत मतलबी होते हैं जब उनका मतलब पूरा हो जाता है तब वो हमें अकेला करके चले जाते हैं।

इसीलिए हमें मित्रो से ज़्यादा अपने परिवार पर ही भरोसा करना चाहिए।मगर आज के समय में तो भाई भाई की हत्या कर रहा है इसलिए सगे रिश्तों पर भी भरोसा नहीं कर सकते।अजीब सी बात है कि जिन लोगो के बिना एक व्यक्ति पूरा अकेला होता है वो संग होते है लेकिन कभी वो धोखा भी दे देते हैं।मगर फिर भी मनुष्य ऐसे लोगो के बजाय अकेलेपन से डरता है।

जबकि असलियत में अकेलापन भी हमारा साथी होता है और वो हमें कभी छोड़कर नहीं जाता।

हमें सबके संग रहने और अकेला रहकर भी खुश रहने की आदत होनी चाहिए।कभी कभी स्थितियां ऐसी बन जाती है कि आपको अकेला रहना पड़ता है।ऐसे में परेशान नहीं होना चाहिए कोई हॉबी या आपकी पसंद का कोई काम सीखें और उसमें अपना मन लगाएं।

Similar questions