Hindi, asked by singhabhay0189, 10 hours ago

मनुष्य के भाग्य की रूपरेखा कैसे बनती है ? ​

Answers

Answered by soniyat749
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Answer:

मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता है। लेकिन जब तक निर्माता जैसा निर्माण करेगा उसी प्रकार उसका फल पायेगा। इसी प्रकार मनुष्य अपने जीवन मे कर्मो के द्वारा अपना भाग्य लिखता है अच्छे कर्मों से अच्छा और बुरे से बुरा। बुरे कर्मो वाला व्यक्ति भाग्यहीन होकर जी रहा है।

hope this helps u..

Please brainliest my ans if they are helpful to you

hv a nice day

Stay home stay safe...

Answered by jungkookjeon63
1

Re. Al. LL LL yy yy Yy Yy Yy

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