Hindi, asked by kumarrajanrajak01, 2 months ago

'मनुष्यों की भीड़ से जाड़े की संध्या भी गरम हो रही थी।
यह पंक्ति लेखक ने किस संदर्भ में लिखा है ?​

Answers

Answered by yashagrawal20
2

Answer:

pata nahi what is the answer plz tell

Answered by Chinkigulia21
5

Answer:

लेखक ने यह पंक्ति कार्निवाल के मैदान में भारी संख्या में उमड़ी भीड़ को दर्शाने के लिए लिखा है। लोगों में कार्निवाल के प्रत्येक गजब का उत्साह था। सब अपने तरीके से कार्निवाल मैं लगे मेले का आनंद उठा रहे थे।

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