मनुष्य का चेहरा कितना सुंदर लगता है। चेहरे पर दो आँखें, दो कान. एक नाक और एक मुँह होता है। आँखों का काम है-देखना। देखने से हमें नई-नई बातें पता चलती हैं । इन आँखों से हम चारों ओर की दुनिया देखते हैं। कान का काम है - सुनना। जानकारी की बातें सुनना, मधुर संगीत सुनना, लोगों का सुख-दुख सुनना। कान से हम दुनिया के बारे में सुनते हैं। नाक का काम है-साँस लेना और सूंघना। फूलों की सुगंध तथा स्वादिष्ट पकवानों की खुशबू सूँधकर हमारा मन प्रसन्न हो जाता है। मुँह का काम है- खाना-पीना और बोलना। क्या आपने कभी ध्यान दिया है कि हमारी आँखें, कान और नाक के छिद्र (छेद) दो क्यों हैं? वह इसलिए ताकि हम बहुत देखें, देखकर सीखें। दोनों कानों से सही सुने, सुनकर सीखें। नाक के दोनों छेदों से लंबी साँसें लें, स्वस्थ रहें, और सूँधकर सही सुगंध पहचानें। परन्तु हमारा मुँह एक है, ऐसा क्यों? वह इसलिए ताकि हम कम खाएँ, कम बोलें। हमारी आँखें, कान और नाक खुले रहते हैं, लेकिन मुँह बंद रहता है। जानते हो, क्यों ? ताकि हम देखने, सुनने और सूंघने के लिए सदा तैयार रहें, परंतु बोलें तभी, जब आवश्यक हो।
(क) गद्यांश के लिए उचित शीर्षक चुनिए।
(i) हमारी आँखें
(ii) हमारा चेहरा
(iii) हमारे कान
(iv) सुगंध
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हमारा चेहरा क्युकि गद्यांश में हमारे चेहरे के बारे में बताया गया है कि हमारे आंख , नाक, कान क्या काम करते है और यह हमारे चेहरे का हिस्सा है।
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the correct answer is 2
Explanation:
because in their is writen about our face passage .
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hope it help you.
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