मनुष्यों के कर्तव्यों का निर्धारण किस आधार पर होता है
Answers
समाज में अधिकार व कर्तव्य एक साथ चलते हैं। जो व्यक्ति अपने कर्तव्यों का निर्वहन निष्ठा से करता है, उसी व्यक्ति को अधिकार प्राप्त होते हैं। जिन कार्यों को करने के लिए मनुष्य नैतिक तौर पर प्रतिबद्ध होता है, उन्हें कर्तव्य कहा जाता है।
कर्तव्यों का निर्धारण दो तरह से होता है - नैतिक जिम्मेदारी अथवा कानून के आधार पर। जिन कर्तव्यों का पालन मनुष्य मानवीय भावनाओं या सामाजिक मूल्यों से प्रेरित होकर करता है उन्हें नैतिक कर्तव्यों के दायरे में रखा जाता है। जो कर्तव्य मनुष्य संवैधानिक व्यवस्था की वजह से पूरे करता है उन्हें कानूनी कर्तव्यों की श्रेणी में रखा जाता है।
Answer:
Explanation:
Duty is the moral commitment of a person towards his/her family, society, nation, and for mankind as a whole.
Some duties are also defined by law, which are mandatory for everyone to follow in a country.
However, moral duties may differ according to the situations in life and relationships between people. Therefore, maximum duties are ethical in nature and usually expected from a person by others around him/her.