मनुष्य के नर जनन तन्त्र का वर्णन कीजिए। इसमें शुक्राणु कहाँ संचित रहते हैं?
Answers
नर प्रजनन प्रणाली मे कई यौन अंग होते है जो मानव प्रजनन की प्रक्रिया मे भूमिका निभाता है|
Explanation:
नर प्रजनन प्रणाली मे कई यौन अंग होता है जो मानव प्रजनन की प्रक्रिया मे भूमिका निभाते है| नर प्रजनन प्रणाली मे लिंग अंडकोष वृष्ण एपिडिडीमिस वास डिफरेन्स प्रॉस्ट्रट और वीर्य पुटिका शामिल है |
अंडकोश की थैली (Scrotum) :- अंडकोष के वृषण का सामान्य तापमान आंतरिक शरीर के तापमान से 2 से 2.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है इस तापमान पर शुक्राणु ज़्यादा अच्छा से विकसित होता है |
अपीड़ीडिमीस (Epididymis) :- यह शुक्राणु को संचित करता है और एक तरल पदार्थ का स्राव करता है इससे शुक्राणु को पोषण मिलता है |
वाज़ डिफ़रेंसिया (vas deferetia) :- यह अंडकोष की थैली के अपीडीडयमिस से निकलती है और पेट की गुहा मे वंक्षण नहर के ज़रिए प्रवेश करता है यह शुक्राणु को ढोता है
सेमिनल पुटिका (Seminal vessicle) :- सेमिनल पुटिका तरल पदार्थ का स्त्राव करता है जो आंशिक रूप से वीर्य की रचना करता है|
वृषण (Testis) दो काम करता है शुक्राणु बनता है और नर सेक्स हारमोन का स्त्राव करता है नर सेक्स गौण वाहिनी शुक्राणु को संचित करता है और स्थांतरण करता है मूत्रमार्ग के ज़रिए वृषण से