मनुष्य उचित फल से कभी-कभी वंचित क्यों रहता है ?
Answers
Answered by
12
Explanation:
अपने किये हुवे कर्मों का फल व्यक्ति को स्वयं ही भोगना पड़ता है। अपने कर्मों का फल कोई व्यक्ति किसी अन्य को नहीं दे सकता।
please mark me as a brain list
Similar questions