मनसा वाचा कर्मणा सत्कर्मेषु यः संलग्नः।
सर्वदा सद्व्यवहारेण भवति स्नेहभाजनम्।।१।। भावार्य लिखिए
Answers
Answered by
1
Explanation:
मन वचन और कर्मों से जो व्यक्ति अच्छे कार्यों में लगा हुआ है वह अपने व्यवहार से हमेशा स्नेहका पात्र होता है
Similar questions