Mangal graha main kaise zindagi hogi? Hindi main batao.
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मंगल पर मीथेन - जिंदगी की निशानी?
पृथ्वी पर मीथेन गैस का स्रोत मुख्य रूप से जीव हैं. मंगल ग्रह पर उसके प्रवाह में अचानक उतार चढ़ाव पाया गया है जिसने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है कि उनका स्रोत क्या है. यह मंगल पर जीवन की निशानी का सबूत हो सकता है.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का क्यूरियोसिटी रोवर अंतरिक्ष यान 2012 से लाल ग्रह पर खोज कर रहा है. उसकी ताजा खोजों को अमेरिकी पत्रिका साइंस में प्रकाशित किया गया है जिनसे यह सवाल उठता है कि क्या सूक्ष्म जीवाणु मीथेन का स्रोत हो सकते हैं. और कुछ हफ्तों के अंदर इसके अचानक बढ़ने और फिर खत्म हो जाने की वजह क्या है? हालांकि मंगल ग्रह पर जीव की खोज बहुत बड़ी खोज होगी लेकिन नासा के जॉन ग्रोत्सिंगर ने चेतावनी दी है कि इन खोजों का मतलब यह नहीं है कि वैज्ञानिकों ने मंगल पर जीवन का पता कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस पर और जानकारी जुटाने की जरूरत है.
सैन फ्रांसिस्को में अमेरिकी जियोफीजिकल यूनियन के सम्मेलन में ग्रोत्सिंगर ने नई खोज रोमांचक खबर बताते हुए कहा, "यह उस तरह की खबर है जिसे आप मंगल पर जीवन के बारे में जानने के लिए खोजेंगे." उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि मंगल के वातावरण में मीथेन समय समय पर मौजूद होता है, "और कुछ जगहों पर मंगल के पुराने पत्थरों में जीव सुरक्षित हैं." गोत्सिंगर ने कहा कि रोवर द्वारा इकट्ठा किए रॉक पावडर के नमूने में मीथेन और ऑर्गेनिक मॉलेक्यूल का होना मंगल पर जीवन की अतीत में या वर्तमान में उपस्थिति की वजह से हो सकता है.
पृथ्वी पर मीथेन गैस का स्रोत मुख्य रूप से जीव हैं. मंगल ग्रह पर उसके प्रवाह में अचानक उतार चढ़ाव पाया गया है जिसने वैज्ञानिकों को हैरान कर दिया है कि उनका स्रोत क्या है. यह मंगल पर जीवन की निशानी का सबूत हो सकता है.
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अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का क्यूरियोसिटी रोवर अंतरिक्ष यान 2012 से लाल ग्रह पर खोज कर रहा है. उसकी ताजा खोजों को अमेरिकी पत्रिका साइंस में प्रकाशित किया गया है जिनसे यह सवाल उठता है कि क्या सूक्ष्म जीवाणु मीथेन का स्रोत हो सकते हैं. और कुछ हफ्तों के अंदर इसके अचानक बढ़ने और फिर खत्म हो जाने की वजह क्या है? हालांकि मंगल ग्रह पर जीव की खोज बहुत बड़ी खोज होगी लेकिन नासा के जॉन ग्रोत्सिंगर ने चेतावनी दी है कि इन खोजों का मतलब यह नहीं है कि वैज्ञानिकों ने मंगल पर जीवन का पता कर लिया है. उन्होंने कहा कि इस पर और जानकारी जुटाने की जरूरत है.
सैन फ्रांसिस्को में अमेरिकी जियोफीजिकल यूनियन के सम्मेलन में ग्रोत्सिंगर ने नई खोज रोमांचक खबर बताते हुए कहा, "यह उस तरह की खबर है जिसे आप मंगल पर जीवन के बारे में जानने के लिए खोजेंगे." उन्होंने कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि मंगल के वातावरण में मीथेन समय समय पर मौजूद होता है, "और कुछ जगहों पर मंगल के पुराने पत्थरों में जीव सुरक्षित हैं." गोत्सिंगर ने कहा कि रोवर द्वारा इकट्ठा किए रॉक पावडर के नमूने में मीथेन और ऑर्गेनिक मॉलेक्यूल का होना मंगल पर जीवन की अतीत में या वर्तमान में उपस्थिति की वजह से हो सकता है.