Manushya ka samajik darja uski poshak se tatha uski arthik sthiti se nirdharit hota hai kya yah uchit hai? apne vichar substr spasht kijiye.
Answers
मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी पोशाक से तथा उसके आर्थिक स्थिति से निर्धारित होता है, इस पर हमारे विचार निम्नलिखित है |
Explanation:
मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी पोशाक से तथा उसके आर्थिक स्थिति से निर्धारित होता है, इस पर हमारे विचार निम्नलिखित है:
- मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी पोशाक और निर्धनता तय नहीं किया जा सकता क्योंकि एक व्यक्ति का सामाजिक दर्जा उच्च हो सकता है लेकिन कालांतर में वह निर्धन भी हो सकता है इस प्रकार उसको सामाजिक दर्जा नहीं बदल सकता।
- मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसके पोशाक से इसलिए तय नहीं किया जा सकता क्योंकि गरीबी और अमीरी आती-जाती रहने वाली वस्तुएं हैं और यदि मनुष्य कपड़ों से उनका सामाजिक दर्जा पता चले तो यह भी सही नहीं है क्योंकि मनुष्य कुछ अच्छे अवसरों पर अच्छे वस्त्र का इंतजाम कर ही लेता है।
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*२ निम्न लिखित विषय पर अपने विचार व्यक्त कीजिए :-
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मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी पोशाक से तथा उसकी आर्थिक स्तिथि से निर्धारित होता है क्या यह उचित है|
मेरे विचार से मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी पोशाक से तथा उसकी आर्थिक से निर्धारित होता है , यह उचित नहीं है|
समाज में मनुष्य का सामाजिक दर्जा उसकी काबलियत और उसके काम से होता है| मनुष्य की इंसानियत इर ईमानदारी से होता है| मनुष्य की समाज में क्या इज़्ज़त उसकी काम से पहचान से होती है|
मनुष्य की पोशाक उसके अपनी पसंद पर निर्भर करती है| पोशाक तो समय के साथ बदलती रहती है | पर हम पोशाक से आदमी की आर्थिक स्तिथि का पता नहीं लगता सकते है| मनुष्य के अस्तित्व उसकी ईमानदारी और उसके व्यवहार से पता चलता है|