Hindi, asked by rohanisrajsha91, 10 months ago

manushya ke avishkarak Ne Samaj Ko Joda hai kaise​

Answers

Answered by achulbul
5

Answer:

आवश्यकता आविष्कार की जननी है" का अर्थ है कि जब जीवित रहने के लिए कुछ जरूरी हो जाता है तो मानव किसी भी तरह से उसे प्राप्त करने के लिए जुट जाता है। इसका अर्थ यह है कि आवश्यकता हर नए आविष्कार और खोज के पीछे मुख्य आधार है।

मुहावरे की उत्पत्ति - आवश्यकता आविष्कार की जननी है

यह मुहावरा शताब्दियों से उपयोग में रहा है। ऐसा कहा जाता है कि इस पुराने मुहावरे के मूल लेखक का पता नहीं लगाया जा सकता इसलिए इस प्रसिद्ध कहावत के जन्म के लिए ग्रीक दार्शनिक प्लेटो को जिम्मेदार माना जाता है। इसके मुहावरे के अस्तित्व में आने से पहले इसका विचार बहुत पहले लैटिन और अंग्रेजी भाषा में इस्तेमाल किया गया था।

इस कहावत का लैटिन संस्करण "मेटर अट्रिअम जरूरीतास" 1519 में लेखक विलियम होर्म द्वारा लिखी गई पुस्तक वुल्गारिया में सामने आया। इसी तरह की एक कहावत, "नीड टौट हिम विट" उसी वर्ष अंग्रेजी में छपी थी। "नेसेसिटी, सभी जरूरतों का आविष्कार" एक और समान पुस्तक थी जो 1545 में रोजर असम के काम के रूप में सामने आया था।

मुहावरा "आवश्यकता आविष्कार की जननी है" का इस्तेमाल वर्तमान में रिचर्ड फ्रैंक के काम में 1658 में हुआ था।

Similar questions