manushyta kavita me varnit etihaasik paatro ke naam likhiye aur unme see kisi ek patr ke jeevan see Jude prasang ka varnan kijiye
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मनुष्य में परमार्थ भाव की कामना करते हुए कहते हैं कि यह सभी जानते हैं कि मनुष्य का जीवन नश्वर है। उसे मृत्यु से भयभीत नहीं होना चाहिए। उसे मानव के हित अपना जीवन व्यतीत कर अपने कर्मों से सदा अमर हो जाना चाहिए। उसे जनहित के लिए आजीवन प्रयास करना चाहिए ताकि उसकी मृत्यु के बाद भी लोग उसे याद करें। मरने के बाद यदि हमें याद किया जाए, वही मृत्यु व जीवन श्रेष्ठ कहलाता है, जो व्यक्ति सदा लोगों के लिए काम करता है वास्तव में वह मरकर भी नहीं मरता।
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