Hindi, asked by palasouriahappy, 1 month ago

मसतक नहीं झुकाएंगे कविता का भाव अर्थ लिखो

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Answered by devanshu7355
2

Answer:

मस्तक नहीं झुकाएँगे (रामधारी सिंह 'दिनकर' ने यह कविता भारत के वीर सपूतों को संबोधित करके लिखी है। कवि के युवा पोदी का हुए बताया है कि आज का नवयुवक गुणों में अपने पूर्वजों से किसी भी भौति कम नहीं है।

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Answered by 1narendrasingh111
1

Answer:

मस्तक नहीं झुकाएँगे (रामधारी सिंह 'दिनकर' ने यह कविता भारत के वीर सपूतों को संबोधित करके लिखी है। कवि के युवा पोदी का हुए बताया है कि आज का नवयुवक गुणों में अपने पूर्वजों से किसी भी भौति कम नहीं है।

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