Mata ke aanchal ppad ke shirshak ki sarthakta par vichaar kijiye
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उत्तर :- 'माता का आँचल' शीर्षक की सार्थकता उसकी संक्षिप्तता और विषय वस्तु के साथ उसके संबंध पर निर्भर करती है। इन दोनों की दृष्टि से माता का आँचल' एक सार्थक शीर्षक है। यह संक्षिप्त भी है और पाठ की विषय-वस्तु, माँ के आँचल के महत्व को रोचक तरीके से प्रस्तुत करता है।
बच्चे माँ के आँचल में छिपकर अपने आपको सुरक्षित महसूस करते हैं। भोलानाथ का अधिकांश समय पिता के साथ में बीतता था। भोलानाथ का माँ के साथ संबंध बहुत सीमित रहता था। अंत में साँप से डरा हुआ बालक भोलानाथ पिता को हुक्का गुडगुड़ाते देखकर भी माता की ही शरण में जाता है और अद्भुत रक्षा और शांति का अनुभव करता है। वह इस स्थिति में अपने पिता को भी अनदेखा कर देता है। वह माँ के आँचल में दुबक कर राहत महसूस करता है। इस प्रकार माता का आँचल ' शीर्षक पूर्णतया सार्थक है।
Answer:
माँ का यही प्रयास उसके बच्चे को आत्मीय सुख व प्रेम का अनुभव कराता है। उसके बाद तो बात शीशे की तरह साफ़ हो जाती है कि पाठ का शीर्षक 'माता का आँचल' क्यों उचित है। पूरे पाठ में माँ की ममता ही प्रधान दिखती है, इसलिए कहा जा सकता है कि पाठ का शीर्षक सर्वथा उचित है।