मत सो अब जागो, शीर्षशक पर एक कविता लिखिए
I will mark you brainlist please give answer soon as possible
I will give 20 points
Answers
चलो उठो, अब कमर कसो
हुआ, नया सबेरा है।
जो होना था सो हो गया,
हुआ नया उजाला है।
करो अपने लक्ष्य की ओर नए प्रयास,
हिम्मत से दृढ संकल्पित होकर
हिम्मत ही है वीरों की पहचान
महापुरुषों की है वही निशान
चलो उठो, अब कमर कसो
हुआ नया सवेरा है
नहीं है जब कोई बाध अब,
उड़ना है पक्षी की तरह गगन में
बाध हुई भी तो क्या हुआ
हमे जीना है उम्मीदो में
नहीं है रूकना अब कभी
नहीं डरना अब कभी
करना है परिस्थिति से समझौता
नहीं है झुकना अब कभी
चलो उठो, अब कमर कसो
हुआ नया सवेरा है।
हुआ नया उजाला है।
mark me brainlist.
चलो उठो, अब कमर कसो
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हुआ, नया सबेरा है।
जो होना था सो हो गया,
हुआ नया उजाला है।
करो अपने लक्ष्य की ओर नए प्रयास,
हिम्मत से दृढ संकल्पित होकर
हिम्मत ही है वीरों की पहचान
महापुरुषों की है वही निशान
चलो उठो, अब कमर कसो
हुआ नया सवेरा है
नहीं है जब कोई बाध अब,
उड़ना है पक्षी की तरह गगन में
बाध हुई भी तो क्या हुआ
हमे जीना है उम्मीदो में
नहीं है रूकना अब कभी
नहीं डरना अब कभी
करना है परिस्थिति से समझौता
नहीं है झुकना अब कभी
चलो उठो, अब कमर कसो
हुआ नया सवेरा है।
हुआ नया उजाला है।
HOPE IT HELPS
PLEASE MARK ME BRAINLIEST ☺️