Hindi, asked by tanvi0271, 11 months ago

मधुरा शर्करा द्राक्षा मधुरा मधुरं मधु।
___मधुरं मातृतुल्यं तु त्रैलोक्येऽपि न किञ्चन। matlab

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Answered by shishir303
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मधुरा शर्करा द्राक्षा मधुरा मधुरं मधु।

मधुरं मातृतुल्यं तु त्रैलोक्येऽपि न किञ्चन।

भावार्थ — अर्थात शक्कर मीठी होती है, शहद मीठा होता है। अंगूर का रस चेन मीठा होता है। शक्कर मीठी होती है तथा अंगूर का रस भी मीठा होता है पर अपनी प्यारी मातृभूमि के बारे में दो अलग-अलग राय नहीं हो सकती इसलिए सही अर्थ में अगर कहा जाए तो जहाँ पर जिसका मन लग गया हो, उसके लिए वही स्थान सबसे मीठा होता है। जो व्यक्ति मातृ भूमि के   प्रति अपने प्रेम प्रकट करता है, वो व्यक्ति  के सुख की कल्पना नहीं की जा सकती।

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