मधुशाला’ में कवि पथिक से क्या कहता है? (२) ६. जमुना के चारित्रिक गुणों का उल्लेख कीजिए। (२)
Answers
Answered by
0
Answer:
please write in english language
Answered by
0
"मधुशाला " में कवि पथिक से कहता है कि वह जीवन के पथ में सही राह पर चले।
- मधुशाला सुप्रसिद्ध कवि व लेखक हरिवंश राय बच्चन का अनुपम काव्य संग्रह है जिसमें 135
रूबाइयां हैं, मधुशाला बीसवीं सदी के आरंभ
का काव्य संग्रह है जिसमें सूफीवाद है।
- कवि हरिवंश राय बच्चन कविता में पथिक के माध्यम से हमें संदेश देते है कि हमें एक पथिक की तरह सतत चलते रहना चाहिए तथा जीवन यात्रा के लिए सही रास्ते का चयन करना चाहिए।
- कवि कहते है कि हे पथिक तू अपने मन में यह प्रण ले कि तू आने वाले कल की कठिनाइयों से घबराएगा नहीं।
- तेरी राह में बहुत मुश्किलें आएंगी, यह बात तू समझकर चल, उन सभी कठिनाइयों की परवाह न करने तुझे आगे बढ़ना है।
Similar questions
India Languages,
6 hours ago
Biology,
6 hours ago
History,
6 hours ago
Social Sciences,
11 hours ago
English,
8 months ago