MEENU AUR AMIT KE RISHTE KO JHALKAYE SHURUWAT SE ANT TAK.
[NAYA RASTA]
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Answers
प्रश्न:-
मीनू और अमित के रिश्ते को शुरूवात से अंत तक झलकाए।
उत्तर:-
शुरूआत में जब मीनू को अमित देखने आता है तो उसे मीनू काफी पसंद आती है। मीनू भी अमित से प्रभावित होती है। लेकिन अमित की माँ मीनू को पसंद नहीं करती है। इसका कारण यह होता है कि अमित की माँ लोभी होती है। उसे सरिता के पिता (धनीमल जी) का रिश्ता आता है कि वह अपनी बेटी का रिश्ता अमित के साथ करना चाहते थे। वह काफी अमीर होते है और वह दहेज में भी बहुत कुछ देने के लिए कहते है। अमित की माँ वह रिश्ता मान लेती है। अमित के पिताजी मीनू के पिताजी को पत्र लिखते है कि वह बड़ी बेटी मीनू के रिश्ते को नही स्वीकारते है और अगर वो चाहे तो अपनी छोटी बेटी यानि आशा की शादी अमित से की जा सकती है। इस तरह मीनू और अमित का रिश्ता टूट जाता है। मीनू के मन मे अमित के लिए घृणा भर जाती है। मीनू अपनी पढ़ाई के लिए चली जाती है। अमित और सरिता का रिश्ता भी टूट जाता है। कुछ समय बाद, वह दोनों नीलिमा (मीनू व अमित की दोस्त) के घर मिलते है। जहाँ पर वह मीनू को अमित की सच्चाई बताती है और यह भी बताती है कि कैसे अमित का एक्सीडेंट हो गया। यह सुनकर मीनू को बहुत बुरा लगता है और वह अमित से मिलने जाती है। वहा जाकर उसके मन से अमित के लिए सारी घृणा मीट जाती है। फिर अमित के पिता मीनू के पिता से माफ़ी मांगते है और फिर वह दोनों शादी भी कर लेते है।
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- पाठ का नाम :- नया रास्ता
- लेखक का नाम :- सुषमा अग्रवाल
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प्रश्न क-i:
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।दुल्हन के रूप में सजी मीनू आज साधारण पढ़ी मीनू नहीं, वरन् एक प्रसिद्ध वकील मीनू थी, जिसने
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।दुल्हन के रूप में सजी मीनू आज साधारण पढ़ी मीनू नहीं, वरन् एक प्रसिद्ध वकील मीनू थी, जिसनेआत्मविश्वास व लगन से विशेष ख्याति प्राप्त कर ली थी।
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।दुल्हन के रूप में सजी मीनू आज साधारण पढ़ी मीनू नहीं, वरन् एक प्रसिद्ध वकील मीनू थी, जिसनेआत्मविश्वास व लगन से विशेष ख्याति प्राप्त कर ली थी।आज वह अपनी मंजिल तक पहुँच चुकी थी, जिसकी उसे तलाश थी।
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प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।दुल्हन के रूप में सजी मीनू आज साधारण पढ़ी मीनू नहीं, वरन् एक प्रसिद्ध वकील मीनू थी, जिसनेआत्मविश्वास व लगन से विशेष ख्याति प्राप्त कर ली थी।आज वह अपनी मंजिल तक पहुँच चुकी थी, जिसकी उसे तलाश थी।‘विशेष ख्याति’ से क्या तात्पर्य है?उत्तर:
प्रश्न क-i:निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :मीनू दुल्हन बनी, उसकी डोली सजी और अपने पिया संग ससुराल को चल दी। मीनू को पा लेने पर अमित भी अब अपने को भाग्यशाली अनुभव कर रहा था।दुल्हन के रूप में सजी मीनू आज साधारण पढ़ी मीनू नहीं, वरन् एक प्रसिद्ध वकील मीनू थी, जिसनेआत्मविश्वास व लगन से विशेष ख्याति प्राप्त कर ली थी।आज वह अपनी मंजिल तक पहुँच चुकी थी, जिसकी उसे तलाश थी।‘विशेष ख्याति’ से क्या तात्पर्य है?उत्तर:‘विशेष ख्याति’ से यहाँ तात्पर्य मीनू के वकील बनने से है। मीनू ने अपनी लगन और परिश्रम के बलबूते पर अपना वकील बनने का लक्ष्य पूरा किया।