Meera bai ki veerta ka vardan kijiye
Answers
Answered by
1
मीरा जी ने विभिन्न पदों व गीतों की रचना की| मीरा के पदों मे ऊँचे आध्यात्मिक अनुभव हैं। उनमे समाहित संदेश और अन्य संतो की शिक्षा मे समानता नजर आती हैं। उनके पद उनकी आध्यात्मिक उन्नति के अनुभवों का दर्पण हैं। मीरा ने अन्य संतो की तरह कई भाषाओं का प्रयोग किया है जैसे:
हिन्दी, गुजराती, ब्रज, अवधी, भोजपुरी, अरबी, फारसी,राजस्थानी, संस्कृत, मैथली और पंजाबी|
भावावेग, भावनाओं की मार्मिक अभिव्यक्ति, प्रेम की ओजस्वी प्रवाहधारा, प्रीतम वियोग की पीड़ा की मर्मभेदी प्रखता से अपने पदों को अलंकृत करने वाली प्रेम की साक्षात् मूर्ति मीरा के समान शायद ही कोई कवि हो।
हिन्दी, गुजराती, ब्रज, अवधी, भोजपुरी, अरबी, फारसी,राजस्थानी, संस्कृत, मैथली और पंजाबी|
भावावेग, भावनाओं की मार्मिक अभिव्यक्ति, प्रेम की ओजस्वी प्रवाहधारा, प्रीतम वियोग की पीड़ा की मर्मभेदी प्रखता से अपने पदों को अलंकृत करने वाली प्रेम की साक्षात् मूर्ति मीरा के समान शायद ही कोई कवि हो।
Similar questions