Hindi, asked by priya901, 1 year ago

Mere Sapno Ka Bharat par nibandh likhe hindi me likhea.

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Answered by Gamer9091
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भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न जातीय समूहों, जातियों और धर्मों के लोग सौहार्दपूर्ण ढंग से रहते हैं। भारत को अपनी समृद्ध, विविध सांस्कृतिक विरासत पर गर्व है। हालाँकि भारत ने अपनी आजादी के बाद से अब तक एक लंबा सफर तय किया है। पिछले कुछ दशकों में इसने एक विशाल सामाजिक और आर्थिक विकास को देखा है पर देश के कई हिस्सों में अभी भी आर्थिक और सामाजिक असमानताएं मौजूद है। देश के कई हिस्सों में लोगों को उनकी जाति और धार्मिक प्राथमिकताओं के आधार पर नीची नजरों से देखा जाता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक को समानता की वास्तविक स्वतंत्रता प्राप्त होगी।

सुधार के क्षेत्र

देश को आगे बढ़ाने और विकसित करने के लिए अभी भी काफी काम करने की ज़रूरत है। यहां चार प्रमुख क्षेत्रों पर एक नज़र डाली गई है जिन पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता हैं:

शिक्षा
शिक्षा किसी भी देश की मजबूती की नीवं है। हमारे देश की प्रमुख कमियों में से एक यह है कि लोग अभी भी शिक्षा के महत्व को नहीं पहचानते हैं। गरीबी या गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोग विशेष रूप से शिक्षित होने के महत्व को अनदेखी करते हैं। उन्हें नहीं पता है कि शिक्षा की कमी गरीबी के लिए जिम्मेदार मुख्य कारकों में से एक है। सरकार अनिवार्य शिक्षा के अधिकार को बढ़ावा देने तथा वयस्क शिक्षा विद्यालय खोलने के माध्यम से यह सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है कि अधिक से अधिक लोगों को अपने बच्चों के लिए मुफ्त शिक्षा की पहुंच हो। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां हर नागरिक शिक्षित और कुशल हो।

लिंग भेदभाव
लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा।

देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक ​​कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।

तकनीकी उन्नति
हालांकि भारत ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में बहुत विकास और उन्नति देखी है फिर भी अभी इस क्षेत्र में कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि तेज़ बुद्धि वाले व्यक्ति अपने देश के विकास में योगदान करने के बजाय विदेशों में रोजगार के अवसर तलाशने और उन देशों की तकनीकी और औद्योगिक उन्नति में योगदान देने चले जाते है। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो व्यक्तियों के लिए अच्छे रोजगार के अवसर प्रदान करता है और देश को तकनीकी प्रगति के पथ एक नई दिशा प्रदान करता है।

अपराध दर
भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।

निष्कर्ष

भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत को पहले के समय में इसकी समृधि के कारण सोने की चिड़िया कहा जाता था। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। मैं चाहता हूँ कि वह ना सिर्फ आर्थिक समृद्धि का आनंद ले बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से भी अमीर हो। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।
Answered by jayathakur3939
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मेरे सपनों का भारत :-

गरीबी  :-

देश में आर्थिक असमानता बहुत अधिक है। यहां अमीर दिन प्रतिदिन और अमीर हो रहे हैं और गरीब और गरीब बनते जा रहे हैं। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूं जहां धन समान रूप से नागरिकों के बीच वितरित किया जाता हो। देश अभी भी जाति, पंथ और धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त नहीं है। यह देखना अत्यंत दुखदायी है कि अभी भी कैसे देश के कुछ हिस्सों में कमजोर वर्गों के लोग अपने मूल अधिकारों से वंचित रह रहे हैं।

अलगाववादी समूह है जो लोगों को अपने धर्म का प्रचार करने और दूसरों के धर्म बारे में गलत बात का प्रचार करने के लिए उकसातें हैं। इससे देश में अक्सर अशांति फैलती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जहां लोगों से जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

शिक्षा  के अवसर :-

यह सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाने चाहिए कि देश में प्रत्येक व्यक्ति को शिक्षा का अधिकार मिलना जरुरी है। हालांकि भारत सरकार शिक्षा की मांग के महत्व को बढ़ावा देने के प्रयास कर रही है पर अभी भी देश में बहुत से लोग इसके महत्व को महसूस नहीं कर रहे हैं। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां शिक्षा सभी के लिए अनिवार्य हो।  

रोजगार  के अवसर :-

देश में अच्छे रोजगार के अवसरों की कमी है। यहां तक कि जो लोग योग्य हैं वे अच्छी नौकरियां पाने में असमर्थ रहे हैं। हैं। भारत में रोजगार के अवसरों को पाने में असफल रहने वाले कई युवा विदेशों में चले जाते हैं और अपने कुशल दिमाग का अन्य देशों के आर्थिक विकास के लिए काम करते हैं | बेरोजगारों के बीच असंतोष का स्तर बहुत अधिक है और वे अक्सर सड़क पर अपराध करते हुए पाए जातें हैं। मेरे सपनों का भारत वो भारत है जो सभी के लिए बराबर रोजगार के अवसर प्रदान करता है जिससे कि हम सभी हमारे देश के विकास और सुधार के लिए काम करें।

अपराध दर  :-

भारत में अपराध दर दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। बलात्कार, डकैती, दहेज और हत्या के कई मामले हर दिन दर्ज किए जा रहे हैं। कई मामलो की तो सुनवाई ही नहीं हो रही है। शिक्षा का अभाव, बेरोजगारी और गरीबी ने इस दिशा में बढ़ावा दिया है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा देश होगा जहां सरकार लोगों की सुरक्षा और सुरक्षा के प्रति अधिक संवेदनशील हो। तभी भारत अपराध और शोषण से मुक्त होगा।

जातिवाद  कम करने की आवश्यकता :-

जातिवाद एक और बड़ा मुद्दा है जिस पर काम करने की आवश्यकता है। मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां लोगों से जाति, पंथ या धर्म के आधार पर भेदभाव नहीं किया जाता हो।

भ्रष्टाचार  को रोकना चाहिए :-

मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो भ्रष्टाचार से मुक्त हो। भारत के विकास की गति में मुख्य अवरोध भ्रष्टाचार है। ऐसा लगता है कि देश की सेवा करने के बजाय यहां के राजनीतिक नेता अपनी जेब भरने में व्यस्त हैं। मेरे सपनों का भारत वह होगा जहां के मंत्री पूरी तरह से देश और उसके नागरिकों के विकास के लिए समर्पित रहे।

तकनीकी विकास  :-

भारत ने प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में तेजी से वृद्धि देखी है। मैं चाहता हूं कि मेरे सपनों का भारत और अधिक गति से आगे बढ़े और प्रथम श्रेणी के देशों में अपनी जगह बनाने के लिए नई ऊंचाइयों को हासिल करे।

लिंग भेदभाव  :-

मेरे सपनों का भारत एक ऐसा स्थान होगा जहां महिलाओं को सम्मान दिया जाता है और पुरुषों के बराबर महत्व दिया जाता हो। यह एक ऐसी जगह होगी जहां महिलाओं की सुरक्षा अत्यंत महत्वपूर्ण होगी। लिंग भेदभाव एक और मुद्दा है जिस पर काम करने की जरुरत है। महिलाओं को लगातार उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है और वे विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन भी कर रही हैं, फिर भी महिलाओं को समाज में अपनी जगह बनाने के लिए कई बाधाओं से लड़ना होगा। देश के कई हिस्सों में लड़की का जन्म अभी भी एक अभिशाप माना जाता है। उच्च शिक्षा के लिए लड़कियों को प्रोत्साहित नहीं किया जाता है। यहां तक कि महिलाएं जो योग्य हैं उनसे भी यह अपेक्षा की जाती है कि वे विवाह के बाद बाहर काम करने की बजाए अपने परिवार की देखभाल करे। काम पर महिलाओं को दी गई मजदूरी पुरुषों को दिए वेतन की तुलना में कम होती है। मैं ऐसे भारत का सपना देखता हूँ जो महिलाओं के खिलाफ भेदभाव से रहित हो।

निष्कर्ष  :-

मेरे सपनों का भारत वो भारत है जहां विभिन्न जातियों,  धर्मों, जातीय समूहों और आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति के लोग एक-दूसरे के साथ पूर्ण सामंजस्य में रहते हैं। मेरे सपनों के भारत में सरकार को अपने सभी नागरिकों के लिए समान रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने चाहिए। भारत ने पिछले कुछ दशकों में तेजी से औद्योगिक विकास, तकनीकी उन्नति और कई अन्य क्षेत्रों में प्रगति देखी है। हालांकि अभी भी सुधार की बहुत गुंजाइश है। मैं चाहता हूं कि देश उस गौरव को फिर से प्राप्त करे। देश के सभी नागरिकों से समान व्यवहार हो और किसी से कोई भी भेदभाव या अन्याय नहीं होना चाहिए।

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