Meri priya pustak par nibandh in hindi class 6
Answers
Explanation:
jsusuduskwkwhehakieie
Answer:
मेरी प्रिय पुस्तक है 'रामायण'। स्कॉलर्स हब द्वारा प्रकाशित सरल एवं स्पष्ट शब्दों में रची यह पुस्तक मेरे मन को बहुत अच्छी लगी। इस पुस्तक में श्री राम के जीवन को कहानी के रूप में दर्शाया गया है। ... यह पुस्तक बहुत अच्छी शिक्षा भी देती है कि बुराई का अंत बुरा ही होता है इसलिए हमें बुरे काम नहीं करने चाहिए। पुस्तकें मनुष्य की सच्ची मार्गदर्शक और सच्ची मित्र होती हैं. असल में किताबों को ही ज्ञान का भंडार कहा जाता हैं. शिक्षा के दम पर एक व्यक्ति गुणवान, विद्वान, समझदार यहाँ तक कि धनवान भी बन जाता हैं. एक पुस्तक प्रेमी ज्ञानी व्यक्ति कर्मठ, आत्मविश्वासी एवं दिल में दया भाव रखने वाला भी होता हैं.
आज संसार में ज्ञान प्राप्ति के सैकड़ों माध्यम है मगर सभी का मूल आधार तो पुस्तक ही हैं. दुनिया भर में हजारों भाषाएँ बोली और समझी जाती हैं. इन भाषाओं में प्रति मिनट कोई न कोई पुस्तक प्रकाशित होकर लोगों के बीच पहुँच जाती हैं. कहने का मतलब यह है कि ज्ञान पिपासु व्यक्तियों के लिए पुस्तके सरलता एवं सहजता से उपलब्ध हो जाती हैं.
पुस्तकों की रचना अलग अलग विधाओं में होती हैं यथा इतिहास, भूगोल, गद्य, पद्य, कविता, गीत, दर्शन, विज्ञानं आदि आदि. आज के डिजिटल युग में सभी पुस्तकें ऑनलाइन अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए भी उपलब्ध हो जाती हैं. मगर खर्चीली एवं आँखों के लिहाज से यह बेहद हानिकारक भी हैं, इसलिए अधिकतर लोग पुस्तकें मंगवाकर ही पढ़ना पसंद करते हैं.
मुझे जब भी मम्मी पापा से जेब खर्च के लिए पैसे मिलते है तो मैं इन पैसों से नई पुस्तकें लाकर पढ़ना पसंद करता हूँ, बचपन से ही मुझे किताबों के प्रति गहरा लगाव रहा हैं. मेरी कमरे की अलमारी कई बहुमूल्य पुस्तकों एवं उपन्यासों से भरी हैं. मुझे पढ़ने के साथ ही उनके संग्रह में संतोष मिलता हैं. कई किताबें है जिन्हें मैंने एक से अधिक बार पढ़ा हैं, आज भी खाली वक्त मिलता है तो उसे बार बार पढ़ने का मन करता हैं.