Mitrata par vakya prayog in sanskrit
Answers
Answered by
1
Answer:न विश्वसेत्कुमित्रे च मित्रे चापि न विश्वसेत्। कदाचित्कुपितं मित्रं सर्वं गुह्यं प्रकाशयेत् ॥ कुमित्र पर विश्वास नहीं करना चाहिए और मित्र पर भी विश्वास नहीं करना चाहिए । कभी कुपित होने पर मित्र भी आपकी गुप्त बातें सबको बता सकता हैं ।
Explanation:
Answered by
7
Answer:
Example and Usage of मित्रता in sentences
"गेंद की थापी से मित्रता दृढ़ हो गयी थी।" - मित्रता शब्द का उपयोग प्रेमचंद ने अपनी कहानी कर्तव्य और प्रेम का संघर्ष इस प्रकार किया है. "निर्मला- उन लोगों से मित्रता होगी।"
Similar questions