Mobile gun ya dosh - - essay on hindi
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मोबाइल आज के समय में मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन है. मोबाइल फोन एक ऐसी चीज है, जो इन्सान के साथ चोबीस घंटे रहती है. यह आज के समय में सबकी आदत बन गई, जिसे लोग चाह कर भी नहीं छोड़ पाते है. मोबाइल के नेटवर्क ने देश दुनिया में काफी तरक्की कर ली है, इसके टावर आजकल गाँव गाँव में खड़े है, जिससे नेटवर्क में कोई परेशानी नहीं आती है. इसके द्वारा हम कभी भी किसी से बात कर सकते है. मोबाइल के अनेकों फायदे है, लेकिन ये भी सच है इससे नुकसान भी बहुत है. और सबसे अधिक इसके नुकसान बच्चों के जीवन में पड़ रहा है. आज हम आपको इसके फायदे व नुकसान दोनों के बारे में बतायेंगें.
ध्यान भटकाता है – मोबाइल होने से सारा ध्यान उसी पर लगा रहता है, विद्यार्थी के जीवन में तो ये सबसे अधिक दुष्प्रभाव डालता है. आजकल छोटे से लेकर सभी बच्चे अच्छे से मोबाइल चला लेते, और दिन भर गेम, विडियो चलाते रहते है. बच्चो में इसकी बहुत गन्दी आदत लग रही है, जिससे वे पढाई एवं दूसरी चीजों में ध्यान ही नहीं लगा पाते है. बच्चे बाहर जाकर खेलने की बजाय मोबाइल में ही लगे रहते है. बच्चों को मोबाइल की गन्दी आदत से बचाना चाइये, उनके लिए मोबाइल चलाने का समय निश्चित कर देना चाहिए.सेहत में नुकसान – लगातार मोबाइल चलाने से आँखों को नुकसान होता है. बच्चे एक टकटकी लगाये गेम खेलते है, जिससे कम उम्र में ही बच्चों की आँखें ख़राब होने की शिकायत आजकल बढ़ती ही जा रही है. एक सर्वे के अनुसार मोबाइल से निकलने वाली किरणें शरीर पर घटक प्रभाव करती है, जिससे बड़ी बड़ी बीमारियों के खतरे बढ़ रहे है. मोबाइल कई बार जानलेवा भी साबित होता है. मोबाइल की बैट्री का आजकल भरोसा नहीं रहता है, और हम इसकी सावधानी पर ध्यान भी नहीं देते है. मोबाइल बैटरी फटने से कई लोग को घातक नुकसान हुए है, जिसकी ख़बरें समाचार पत्र पर आये दिन आती रहती है.समय का दुरुपयोग – मोबाइल एक गन्दी लत है, जो पड़ जाये तो छुटाना मुश्किल है. लोग आजकल कहते है, जैसे नशा मुक्ति केंद्र होते है, वैसे मोबाइल मुक्ति केंद्र भी होना चाइये. दिनभर मोबाइल में लगे रहने से बच्चे ढंग से पढाई नहीं करते, लोग अपना काम काज छोड़ मोबाइल की दुनिया में लगे रहते है, जिससे समय बर्बाद होता है. लोग मोबाइल को देर रात तक चलाते रहते है, जिससे नींद पूरी नहीं और शारीरिक परेशानियाँ सामने आती है.अपनों से दूर करता है – मोबाइल में लगे रहने से लोग अपने परिवार से दूर होते जा रहे है. आजकल सभी की आदत होती है, दिन भर काम करके घर लौटकर मोबाइल हाथ में ले लेते है और परिवार वालों के साथ बैठ कर भी किसी और दुनिया में रहते है. कहते है मोबाइल बाहरी दुनिया से तो जोड़ता है, लेकिन अपने आसपास की दुनिया से दूर करता जा रहा है. लोग फॅमिली टाइम को जरुरी नहीं समझते है, लेकिन ये बहुत जरुरी है.एक्सीडेंट होते है – लोग गाड़ी चलाते समय भी मोबाइल का प्रयोग करते है, जो की बिलकुल गलत है. इससे आये दिन बड़ी बड़ी दुर्घटना की खबर आती है. गाड़ी चलाते वक़्त मोबाइल का प्रयोग बिलकुल नहीं करना चाहिए, इससे ध्यान भटकता है.गलत आदतें पड़ रही है – मोबाइल में बहुत सी अवांछित चीजें भी होती है, जिसे बच्चों को नहीं देखना चाहिए.
मोबाइल एक ऐसा उपकरण है जिसे हम घर बैठे किसी से भी वार्तालाप कर सकते हैं I पहले मोबाइल कीपैड हुआ करती थी परंतु अब इसमें भी बदलाव आ गया अब सब के पास स्मार्टफोन होते हैं I मोबाइल से हम घर बैठे बिजली के बिल टेलिफोन का बिल, पैसे-ट्रांसफर ,बैंक आदि सब चीज के कार्य कर सकते।अगर हमें कहीं जाना होता है तो हम अपने मोबाइल में इंटरनेट से चलकर मैप से उस जगह का रास्ता भी देख सकते हैं I हम अपने सगे संबंधियों से जब चाहे फोन पर बात कर सकते हैं और मैसेज कर सकते हैं I अब हमें पहले की तरह पत्र लिखने की आवश्यकता नहीं होती। अब हमें टेलीविजन की भी जरूरत नहीं होती हम अपने मोबाइल पर भी अपने पसंदीदा कार्यक्रम फिल्म गाने आदि डाउनलोड करके देख सकते हैं।
अगर मोबाइल फोन के लाभ है तो मोबाइल फोन की हानियां भी अनेको है I मोबाइल हमारे का एक अभिन्न अंग हो गया है जिसके बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते I आजकल दुनिया में इतना मोबाइलों का प्रयोग होता है जिससे हम अपने परिवार पर भी ध्यान नहीं दे पाते पूरे दिन फोन में ही लगे रहते हैं I बच्चों पर मोबाइल का अधिक असर हो रहा है यह फेसबुक व्हाट्सएप सोशल नेटवर्किंग साइट पूरी पूरी रात लगे रहते हैं जिससे इनकी आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है और फोन में इतना लगे रहते हैं कि यह खाना पीना भी भूल जाते हैं I