Hindi, asked by s1674karishma10627, 10 months ago

mobile phone se baccho ki padhai prabhavit ho rahi hai is bare mein do mahilaon ke beeech savad likheye​

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Answered by Anonymous
6

Explanation:

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दो औरतें बाज़ार में घूम रही थी उनके नाम थे राधा और सीता तभी उन्मे से राधा ने बात करना शुरू किया बात कुछ इस प्रकार थी ........

राधा :सुनो सीता

सीता: हाँ बोलो राधा क्या बात है ?

राधा : तुम्हारे बच्चों की भी आँखें फ़ोन की वजह से ख़राब होने लगी है क्या ?

सीता: हाँ राधा बहन मेरी बेटी की आँखों पर ज़्यादा प्रभाव पद रहा है क्यूँकि वह पूरा दिन फ़ोन के आगे बैठी रहती है ।और बेटे की आँखें भी चेक करवाई थी कमज़ोर होती जा रही है,समझ नहीं आता क्या करे ।

राधा: हाँ सीता मेरे घर के हालात भी कुछ इसी प्रकार है बेटे को तो पहले से ही चश्मा लगा हुआ था बेटी औत छोटे बेटे को भी लगने वाला ही है ।

सीता : हाँ कुछ समझ ही नहीं आता क्या करे ,आब कुछ कर भी तो नहीं सकते ना पढ़ाई के कारण ही पूरा पूरा दिन फ़ोन हाथ में रहता है बेवजह तो उठाते नहीं ।

राधा: हाँ और पढ़ाई भी ज़रूरी है पढ़ाई भी नहि छुड़वा सकते ना ।

सीता: कह तो सही रही हो तुम भी राधा बहन ,लेकिन अब तो मैंने अपने बच्चों से कह दिया है की भले ही पढ़ाई कम करो लेकिन अपनी तब्यत का ध्यान रखो अब मैं उन्हें ज़्यादा देर फ़ोन इस्तेमाल नंगी करने देती ।

राधा : लगता है मुझे भी एसा ही करना पड़ेगा।

चलो घर आ गया फिर मिलते है ।

सीता : चलो ठीक है फिर ध्यान रखना ।

Answered by guptasant72
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Answer:

दो औरतें बाज़ार में घूम रही थी उनके नाम थे राधा और सीता तभी उन्मे से राधा ने बात करना शुरू किया बात कुछ इस प्रकार थी ........

राधा :सुनो सीता

सीता: हाँ बोलो राधा क्या बात है ?

राधा : तुम्हारे बच्चों की भी आँखें फ़ोन की वजह से ख़राब होने लगी है क्या ?

सीता: हाँ राधा बहन मेरी बेटी की आँखों पर ज़्यादा प्रभाव पद रहा है क्यूँकि वह पूरा दिन फ़ोन के आगे बैठी रहती है ।और बेटे की आँखें भी चेक करवाई थी कमज़ोर होती जा रही है,समझ नहीं आता क्या करे ।

राधा: हाँ सीता मेरे घर के हालात भी कुछ इसी प्रकार है बेटे को तो पहले से ही चश्मा लगा हुआ था बेटी औत छोटे बेटे को भी लगने वाला ही है ।

सीता : हाँ कुछ समझ ही नहीं आता क्या करे ,आब कुछ कर भी तो नहीं सकते ना पढ़ाई के कारण ही पूरा पूरा दिन फ़ोन हाथ में रहता है बेवजह तो उठाते नहीं ।

राधा: हाँ और पढ़ाई भी ज़रूरी है पढ़ाई भी नहि छुड़वा सकते ना ।

सीता: कह तो सही रही हो तुम भी राधा बहन ,लेकिन अब तो मैंने अपने बच्चों से कह दिया है की भले ही पढ़ाई कम करो लेकिन अपनी तब्यत का ध्यान रखो अब मैं उन्हें ज़्यादा देर फ़ोन इस्तेमाल नंगी करने देती ।

राधा : लगता है मुझे भी एसा ही करना पड़ेगा।

चलो घर आ गया फिर मिलते है ।

सीता : चलो ठीक है फिर ध्यान रखना ।

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