Hindi, asked by kamlarajwade, 1 year ago

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Answered by ratnapalratan
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Start of Life Changing Motivational Speech Hindi

एक चीज जो मैंने अपने अनुभव से सीखी है – सफ़लता कभी भी आपको एक झटके में नहीं मिलती, अचानक ही आप अपने सपनों को पूरा नहीं कर सकते, अचानक ही आप अपने रिलेशनशिप्स को नहीं सुधार सकते, अचानक ही आप अपनी फिटनेस को नहीं बना सकते.

आपके पास एक प्लान होना चाहिए, आपको क्या पाना चाहते हैं, आप कहाँ जाना चाहते हैं, वहां तक आप कैसे पहुचेंगे, आपको कौन सा रास्ता पकड़ना पड़ेगा, आपको कितना समय लगेगा और आपको उसके लिए कितनी मेहनत करनी पड़ेगी, ये सब आपको पता होना चाहिए.
पानी हमेशा नीचे की तरफ बहता है पर मजबूत पेड़ हमेशा ऊपर की तरफ बढ़ते हैं . इंसान भी हमेशा ऊपर की तरफ उठना चाहता है, पर सोचिये – नदी में बहते हुए किसी टूटे पेड़ की टहनी के बारे में, वो किस तरफ जा रही होती है, जिस तरफ पानी का बहाव होता है मतलब नीचे की तरफ और अंत में वो कहाँ पहुँचती है वहां जहाँ नदी उसको ले जाती है, पता नहीं उसको कभी किनारा मिलेगा भी की नहीं और अगर मिलेगा भी तो क्या पता वो किनारा कैसा होगा…

जिंदगी भी इस नदी की तरह ही है, अगर आपको नहीं पता है की आपको कहाँ जाना है, आपकी मंजिलक्या है आपका लक्ष्य क्या है तो ये जिंदगी आपको अपने साथ साथ एक ऐसे सफ़र पर बहा ले जाएगी जहाँ ये नहीं पता चलेगा की आप कहाँ पहुंचने वाले हो, कहीं पहुंचोगे भी या नहीं, और अगर कहीं पहुंच भी गये तो किस हालत में पहुंचोगे.

इसलिए जिंदगी में एक सेट टारगेट का होना जरूरी है, बिना टारगेट के हम बहुत जल्दी अपना focus खो बैठते हैं, हर बिज़नस में एक मिशन स्टेटमेंट होता है, ये मिशन स्टेटमेंट बताता है की उस कंपनी का काम क्या है, उसका टारगेट क्या है, कितने समय में उसे वो टारगेट पूरा करना है और किस पोजीशन पर पहुँच कर उसका यह टारगेट पूरा होगा.

बिलकुल ऐसे ही जिंदगी में भी एक मिशन स्टेटमेंटहोना चाहिए, हमारा टारगेट क्या है, कितने समय में उसे पूरा करना है और कहाँ पर पहुचने के बाद वो पूरा होगा. ये सब प्लान करना होगा.

समय हमेशा चलता रहता है, जिंदगी आगे बढती रहती है और इसी के साथ हमारे टारगेट्स भी बदलते रहते हैं लेकिन एक बात समझ लो केवल टारगेट्स बदलना और टारगेट्स पूरा होने के बाद बदलना – इन दोनों में जमीन आसमान का अंतर है.

अगर जिंदगी के साथ साथ केवल आपके टारगेट्सबदलते जा रहे हैं तो समझ लो जिंदगी आपको अपने साथ बहा कर ले जा रही है और अगर टारगेट्स पुरे होने के बाद आप अपने नये टारगेट्स सेट कर रहें हैं तो आप जिंदगी को अपने हिसाब से चला रहें हैं.

तो आखिर में एक बार फिर आपको याद दिला देता हूँ – जिंदगी में कोई न कोई टारगेट होना जरूरी है बिना टारगेट की जीवन रूपी नदी आपको किस दिशा में बहा कर ले जाएगी ये कोई नही कह सकता .



Answered by Anonymous
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जिंदगी का पत्र

प्यारे....

इस दुनिया मैं तुम्हारा स्वागत है । यें बहुत ही सुन्दर, अनोखी और प्यारी जगह है । तुम्हे इसे और भी सुन्दर बनाना है । भेजा किसने ये आज तक कोई नहीं जान पाया और जान कर भी कुछ हासिल नहीं होगा । इसलिए ऐसे सवालों पर अपना समय बर्बाद मत करना । हम सबके पास सीमित समय होता है और जितना भी हो ,कम ही होता है । इस दूनिया में इतना कुछ है देखने को ,जानने को , महसूस करने को कि तुम्हारे पास थोड़ भी वक्त नहीं है बर्बाद करने को । सम्भावनाये बहुत है । तुम कुछ भी बन सकते हो । कुछ भी कर सकते हो । इस दुनिया को बदल सकते हो । हर दिन कुछ नया करना , कुछ नया सीखना, कुछ नया समझना और अगर किसी काम को लेकर मन में दुविधा हो तो न करके पछताने से बेहतर है ,करके पछताना । यह पछताने से कहीं ज्यादा बेहतर है क्योंकि कोई काम करके कुछ और नहीं मिला तो तजुर्बा मिलेगा और वो बहुत ही कीमती होता है । हर चीज का तजुर्बा करना पर उसको आदत मत बनाना । तजुर्बे तुम्हें सही और गलत में फर्क करना सिखाएंगे । गलतियां करने से बचाएंगे पर गलतियां करने से डरना मत । गलतियां वही करते है जो कुछ करते है और अपनी गलतियों की ज़िम्मेदारी लेना, उन्हें सुधारना । दुसरो की गलतियों को माफ़ करना । उन्हें उसे सुधारने का मौका देना । कोई जानबूझ कर गलती नहीं करता । कोई जानबूझ कर बुरा बर्ताव नहीं करता । किसी की जिंदगी में क्या चल रहा है , किसी को नहीं पता । इसलिए सबको वहीं मौके देना जो खुद को दोगे । सब पर उतनी ही नरमी बरतना जितनी खुद पे । सबकी इज्जत करना , सबपे भरोसा करना और सबसे प्यार करना । इस दुनिया में प्यार की बहुत की कमी है और सबको बहुत जरुरत है और तुम्हे भी होगी । मांगने में हिचकिचाना मत , दिखाने में हिचकिचाना मत । जिंदगी बहुत छोटी है । शर्म के लिए , संकोच के लिए , आईना है । जी खोलके नाचना , गला फाड़के गाना , मन भरके खाना , खुल के हंसना और जोर से रोना । बस शरीर से ही बड़े होना मन से नहीं । जिस दिन से अन्दर से बचपना गया, मासूमियत गयी । उस दिन समझो जिन्दगी गयी । भविष्य के बारे में सोचना पर चिंता मत करना । उनमें खो मत जाना । जिंदगी में कुछ दिन अच्छे आएंगे , कुछ बुरे । अच्छे दिनों में घमंड मत करना और बुर दिनों में हताश मत होना । सफलता का श्रेय खुद को मत देना । और असफलता का जिम्मा दूसरों पर मत थोपना । बस आगे बढ़ते जाना । खुशियां बांटते जाना । मगर यह यह जरूर याद रखना की यहां तुम्हे सिर्फ एक ही काम से भेजा गया है कि तुम इस दुनिया को और सुन्दर और भी प्यारी जगह बना सको.........

Credit : My Mathematics Teacher

Thank You ❤

#N∅1rPerfect

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