Hindi, asked by ankurkumaralert1133, 5 months ago

न-10 निम्नलिखित गद्यांश की सप्रसंग व्याख्या कीपिर - (3)
वेलौगी की प्रामः बनामा करते थे. इससे उनसे मिलनेवाले
लोग भी उन्हें बनाने की फिक्र में रहा करते थे। मिर्जापुर
में पुरानी परिपाटी के एक बहुत ही प्रतिभाशाली कार
रहते थे जिनका नाम भा- वामनाचार्मगिरि । रक दिन
सड़क पर चौधरी साहब के ऊपर एक कविता जोड़ते चले
आ रहे भै। अंतिम चरण रह गभा भा कि चौधरी
साहब अपने बरामदे मे कंधों पर बाल हिरकार खंभे में
सहारे खड़े दिखाई पड़े। चट कवित्र पूरा होगमा और
वामनजी नं नीचेसंह कविध ललकार जिसका अंतिम
अंश भा- “भा नि खड़ी जैसे नारि सुगनाने की।"​

Answers

Answered by achyut18
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sorry I not know this answer

Answered by mrdilraj
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Answer:

जाबिर हुसैन द्वारा रचित पाठ ‘सांवले सपनों की याद’ प्रसिद्ध पक्षी विज्ञानी सलीम अली से संबंधित संस्मरण है। इसमें लेखक ने सलीम अली की मृत्यु से उत्पन्न अपनी भावनाओं को दर्शाया है। वह उस वन पक्षी के समान प्रकृति में विलीन होने जा रहे हैं जो अपने जीवन का अंतिम गीत गाकर सदा के लिए खामोश हो गया हो।

उत्तर :-

क) लेखक को लगता है कि जिस प्रकार सुप्रसिद्ध उपन्यासकार एवं कवि डी० एच० लॉरेंस प्रकृति से गहरा लगाव रखते थे और मानते थे कि ‘मानव जाति एक उखड़े हुए महान वृक्ष की भांति है, जिसकी जड़ें हवा में फैली हुई हैं।’इसलिए ‘हमारा प्रकृति की ओर लौटना जरूरी है।’ उसी प्रकार सलीम अली भी प्रकृति से बहुत लगाव रखते थे। वे प्रकृति की दुनिया में अथाह सागर बनकर उभरे थे। इसलिए वे प्राकृतिक जीवन के प्रतिनिधि बन गए थे।

ख) लेखक का कहना है कि जब किसी की मृत्यु हो जाती है तो उस मरे हुए व्यक्ति को यदि कोई अन्य व्यक्ति अपने शरीर की गर्मी और अपने दिल की धड़कनें देकर जीवित करना चाहे तो संभव नहीं है। कोई भी व्यक्ति अपनी सांसे देकर किसी मरे हुए व्यक्ति को जीवित नहीं कर सकता। जो पक्षी मर जाता है उसे फिर से जीवित नहीं किया जा सकता। वह फिर से अपना कलरव नहीं कर सकता।

ग) लेखक का मानना है कि सलीम अली को प्रकृति से बहुत प्रेम था। उन्होंने प्रकृति का बहुत बारीकी से निरीक्षण किया था। वे दूरबीन से प्रकृति के प्रत्येक हृदय का आनंद लेते थे। एकांत के पलों में भी वे प्रकृति को अपनी दूरबीन रोहित आंखों से निहारते रहते थे। इसी प्रकृति प्रेम ने उन्हें पक्षियों का प्रेमी बना दिया था। जैसे सागर बहुत गहरा होता है उसी प्रकार सलीम अली का प्रकृति प्रेमी  भी बहुत गहरा था।

आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।

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