न 3. ननलखत न के संेप म उर लखए – 2X3=6
(i) अपने गाँव लौटकर जब सुदामा अपनी झोपड़ी नहं खोज पाए तब उनके मन म या-
या वचार आए ?
(ii) बालक ी कृण कस लोभ के कारण दूध पीने के लए तैयार हुए ?
(iii) मखन चुराते और खाते समय ीकृण थोड़ा-सा मखन य बखरा देते ह ?
न-4. ननलखत न के उर दिजए I 2X3= 6
(1) ाचीन भारत के दो महाकाय के नाम लखएI
(2) कहं दो समाज-सुधारक के नाम बताइएI
(3) दयानंद सरवती जी ने लोग को या संदेश दया?
न-5. ननलखत म से कसी एक वषय पर प लखए I 5
धानाचाय को पुतकालय म पुतक मंगवाने हेतु प लखएI
अथवा
अपने म को ीमकालन अवकाश म अपने यहाँ मण हेतु बुलाने के लए प लखएI
न-6. ननलखत म से कसी एक वषय पर अनुछेद लखएI 5
(1) अनुशासन का महव
(2) इंटरनेट
न-7 ‘ऑनलाइन काओं का महव’ वषय पर अपने एवं अपने म के बीच होने वाले
संवाद को लखए
Answers
Answer:
1) अपने गांव पहुंचकर जब सुदामा अपनी झोपड़ी नही खोज पाए तो उनके मन में अपनी पत्नी के परेशान होने का भाव स्पष्ट किया।
उन्हें लगा कि वो वापिस द्वारका आ पहुंचा है।
उसने बहुत से लोगों से अपनी झोपड़ी के बारे में पूछा परंतु कुछ नही पता चला।
ii) बालक श्री कृष्ण अपनी चोटी लंबी होने के लोभ में दूध पीने के लिए तैयार हुए।
iii) माखन चुराते समय श्री कृष्ण थोड़ा सा माखन जमीन पर इसलिए गिरा देते थे ताकि गोपियों को लगे कि ये बिल्ली का काम है।
5)
सेवा में,
प्रधानआचार्य जी
xyz स्कूल,
न्यू दिल्ली।
महोदय,
सविनय निवेदन यह है कि मैं आपके स्कूल के कक्षा _ की छात्रा हूं। महोदय, पुस्तकालय में सारी किताबें फटी हुई हैं जो कि पढ़ने योग्य नहीं हैं। कृपया करके पुस्तकालय में न्यू किताब जाहिर करे। आपकी अति कृपा होगी।
धन्यवाद।
आपकी शिष्या,
नोवा।
6) आजकल के जमाने में इंटरनेट बहुत जरूरी है। इंटरनेट के बिना कोई भी कार्य संभव नहीं है। फिर चाहे वो कोई ईमेल हो , या आपको किसी चीज के बारे में जानकारी प्राप्त करनी हो। अभी तो तरह तरह की किताबें तरह तरह की ऐप्स पर उपास्थि हैं। परंतु इसके अलावा इसकी कुछ हानियां भी हैं। इसकी वजह से लाखो बच्चे अपनी आंखे खो चुके हैं और दिन प्रतिदिन चिड़चड़े स्वभाव के होते जा रहे हैं। जो बिलकुल भी सही नहीं है। हमे किसी भी चीज के पीछे अपनी असली खुशी को नही भूलना चाहिए।
7) ऑनलाइन कक्षा _
इस महामारी के दौरान बच्चो के भविष्य पर कोई असर न पड़े , इसे देखते हुए भारतीय सरकार ने ऑनलाइन कक्षा के माध्यम से बच्चो को शिक्षा देने का निर्णय लिया है। मेरे विचार से यह सही है। चाहे कोई भी हालत क्यों न हों परंतु पढ़ना बहुत जरूरी है। हम इक साल बर्बाद नहीं कर सकते हैं, जो कि हमारे भविष्य पर निर्भित है। सरकार ने 1 समय निर्धारित किया है जिसमें बताया गया है कि कितने समय के लिए बच्चो को पढ़ना है , जिससे उनकी आंखें कमजोर ना हो।
पढ़ेगा इंडिया तभी तो बड़ेगा इंडिया।
Explanation:
मुझे 4th question नही आता है , मुझे माफ करें।
आशा है आपको मेरा जवाब मदद दे भाई या बहन।