(ङ)
अब उसकी हथेली में हैं। जब चाहे बाहर निकाल ले।
निम्नलिखित वाक्यों के रिक्त स्थानों में भाववाचक संज्ञाएँ लिखो
-
(क) नितिन के पिता में
की भावना है।
(सज्जन)
आजकल लोगों में
कम होती जा रही है।
(इंसान)
(ग) हमारे देश में प्रत्येक प्रांत का
भिन्न-भिन्न है।
(पहनना)
(घ)
आज देश में
के स्तर को उठाना आवश्यक हो।
(शिक्षक)
(ङ) आज सभी तरह की
मशीनों से हो जाती है।
(बुनना)
सही कथन पर(/)तथा गलत कथन पर(x) का चिह्न लगाओ-
(क) किसी व्यक्ति, वस्तु, भाव तथा स्थान का बोध कराने वाले शब्द संज्ञा कहलाते हैं।
(ख) जिन शब्दों से किसी गुण, स्थिति, दशा या भाव का बोध होता है, उन्हें जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
(ग) जब कोई संज्ञा शब्द किसी समूह अथवा जाति विशेष का बोध कराते हैं, वह भाववाचक संज्ञा
कहलाते हैं।
(घ) संज्ञा के तीन भेद होते हैं।
(ङ) भाववाचक संज्ञा की रचना जातिवाचक संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया तथा अव्यय शब्दों से की
जाती है।
दिए गए अनुच्छेद में संज्ञा शब्दों को रेखांकित करो-
द्रोणाचार्य अपनी धनुर्विद्या के लिए बहुत प्रसिद्ध थे। अनेक राजा तथा राजपुत्र उनसे धनुर्विदया सीखने की इच्छा
रखते थे। एक बार भील बालक एकलव्य भी उनके पास गया। द्रोणाचार्य ने उसे शिष्य बनाने से इनकार कर दिया।
Answers
Answered by
1
Explanation:
क) सजन्नता
ख) इंसानियत
ग) पहनावा
घ)शिक्षा
ड) बुनाई
क) ✓
ख) x
ग) x
घ) ✓
ड) ✓
द्रोणाचार्य अपनी धनुर्विद्या के लिए बहुत प्रसिद्ध थे। अनेक राजा तथा राजपुत्र उनसे धनुर्विदया सीखने की इच्छा
रखते थे। एक बार भील बालक एकलव्य भी उनके पास गया। द्रोणाचार्य ने उसे शिष्य बनाने से इनकार कर दिया।
Similar questions