निबंध लिखिए :-
ऑनलाइन शिक्षा के लाभ और हानियाँ
(२०० शब्द)
Answers
आज की इस २१ वीं सदी में, इंटरनेट एक संचार क्रांति की सबसे बड़ी उपलब्धि है। अंतरजाल या संगणकजाल अथवा जिसे हम सामान्यतया इंटरनेट भी कह सकते हैं, यह ऐसी विशाल और अद्धभुत प्रणाली है जिसकी पहुँच पृथ्वी के अधिकांश स्थानों, व्यक्ति, प्रान्त, दिशा और कोने तक है। एक व्यक्ति दुनिया के किसी एक कोने में बैठकर अपने संगणक (कंप्यूटर) के सहारे या फिर चल दूरभाष ( मोबाइल फ़ोन) के द्वारा, सम्पूर्ण विश्व के बारे में जानकारी व उनमें हो रही छोटी-से-छोटी हरकतों को जान सकता है। १९९० में जब से आविष्कर्ताओं ने संजालों का एक जाल एकत्र करना शुरू किया तब से दुनियाभर के लोग इस इंटरनेट नामक जाल - तंत्र को अपनी सुविधाओं के लिए उपयोग में लाने लगे।
इंटरनेट की दिन - ब - दिन बढ़ती लोकप्रियता और प्रचलन ने दुनियाभर के लोगों को इंटरनेट की ओर आकर्षित किया और उन्हें इस नए संचार साधन को उपयोग करने में प्रोत्साहित किया। धीरे - धीरे लोगों ने इसके उपयोग से कई नयी तकनीकियों को प्रस्तुत किया और आज भी हर नए दिन नए शोध किये जा रहे हैं, जिसका लाभ आम लोगों तक पहुँचने लगा। पूर्व इंटरनेट पर हमें इतनी सारी सुविधाएँ नहीं प्राप्त होती थीं परन्तु आज हमें इंटरनेट पर हजारों प्रकारों की विशेषताएँ और परिवर्तन देखने मिलते हैं जैसे कि आज हम इंटरनेट पर कई सारी वेबसाइटें खोल सकते हैं, उन पर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, इस पर स्वयं की कोई जानकारी डाल सकते हैं, व्यापार कर सकते हैं, और तो और इसके द्वारा किसी भी प्रकार के क्षेत्र में शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं। अब यह बात बहुत से लोगों को अचरज कर देती है कि कोई व्यक्ति आखिर इंटरनेट से कैसे शिक्षा प्राप्त कर सकता है परन्तु यह सत्य है कि आज की प्रौद्योगिकीय और आधुनिक सदी में इंटरनेट पर से भी हम अपना शिक्षण प्राप्त कर सकते हैं।
Answer:
शिक्षा लोगो के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। अच्छी शिक्षा प्राप्त करना हर देश के नागरिक का अधिकार है। शिक्षित व्यक्ति अच्छी शिक्षा के बलबूते पर अपने करियर का निर्माण करता है। शिक्षण और अन्य महान आविष्कारों में प्रगति के कारण 1950 की तुलना में शिक्षा आज बहुत विविध है। आजकल वर्तमान जीवन में ऑनलाइन शिक्षा का बोलबाला है। ऑनलाइन शिक्षा एक ऐसा माध्यम है जहाँ शिक्षक दूर से और दुनिया के किसी भी कोने से इंटरनेट के माध्यम से जुड़ सकता है। शिक्षक स्काइप ,ज़ूम इत्यादि एप्प के ज़रिये वीडियो कॉल करते है और बच्चे लैपटॉप या कंप्यूटर पर शिक्षक को देख और सुन सकते है। शिक्षक बच्चो को पढ़ाने के लिए अपने कंप्यूटर की स्क्रीन शेयर करते है जिससे बच्चे घर बैठे शिक्षा प्राप्त कर पाते है। लॉकडाउन के इस वक़्त जहाँ सभी शिक्षा केंद्र बंद है। वहां ऑनलाइन शिक्षा ने अपनी जगह बना ली है। आज दुनिया के सारे देशो के बच्चे ऑनलाइन शिक्षा का उपयोग करके आसानी से पढ़ाई कर पा रहे है। ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करने के लिए अच्छी और तीव्र गति की इंटरनेट कनेक्टिविटी की ज़रूरत है। शिक्षक दूरस्थ शिक्षा में वीएच अस वीडियो, डीवीडी और इंटरनेट के पाठ्यक्रमों के अनुसार बच्चो को पढ़ाते है। 1993 में ऑनलाइन शिक्षा कानूनी कर दी गयी और यह एक अनोखा तरीका है जिसके माध्यम से सभी उम्र के छात्र पढ़ सकते है। इंटरनेट की सहजता के कारण वर्षो से ऑनलाइन शिक्षा लोकप्रिय हो रही है।
आज की वर्तमान स्थिति में बच्चे स्कूल और कॉलेजों में शिक्षा प्राप्त नहीं कर पा रहे है लेकिन ऑनलाइन शिक्षा ने रास्ता काफी आसान कर दिया है। बच्चे निश्चिंत होकर घर पर अपनी पढ़ाई पूरी कर पा रहे है। कुछ बच्चे दूर शिक्षकों के घर या कोचिंग संगठनों में जाकर पढ़ाई नहीं कर पाते है। वह ऑनलाइन शिक्षा के माध्यम से अपनी पढ़ाई पूरी करते है और परीक्षा देकर ऑनलाइन डिग्री हासिल कर लेते है। आजकल ज़्यादातर प्रोफेशनल कोर्सेज ऑनलाइन होती है। विद्यार्थी ऑनलाइन पढ़ते है और ऑनलाइन परीक्षा देकर अपनी निश्चित डिग्री प्राप्त कर लेते है।
ऑनलाइन शिक्षा से हम सिर्फ भारत में ही नहीं विदेशों में दी जाने वाली ज़रूरी शिक्षा हासिल कर लेते है। इससे हमारा ज्ञान काफी विकसित होता है। ऑनलाइन शिक्षा की वजह से विद्यार्थियों को कहीं जाना नहीं पड़ता और इससे यात्रा के समय की बचत हो जाती है | अपने सुविधा अनुसार छात्र वक़्त का चुनाव कर ऑनलाइन क्लासेज में शामिल हो जाते है।