निबंध लेखन इमानदारी के साथ आत्मनिर्भरता सुधीर भारत की बुनियादी जरूरत
Answers
Answer:
ईमानदारी का अर्थ जीवन के सभी आयामों में एक व्यक्ति के लिए सच्चा होना है। इसके अन्तर्गत किसी से भी झूठ न बोलना, कभी किसी को भी बुरी आदतों या व्यवहार से तकलीफ नहीं देना शामिल है। ईमानदार व्यक्ति कभी भी उन गतिविधियों में शामिल नहीं होता, जो नैतिक रुप से गलत होती हैं। ईमानदारी किसी भी नियम और कानून को नहीं तोड़ती है। अनुशासित रहना, अच्छे से व्यवहार करना, सच बोलना, समयनिष्ठ होना और दूसरों की ईमानदारी से मदद करना आदि सभी लक्षण ईमानदारी में निहित होते हैं।
सामाजिक और आर्थिक सन्तुलन को बनाने के लिए लोगों को ईमानदारी के मूल्य को समझना होगा। लोगों के द्वारा ईमानदारी का अनुसरण करना बहुत आवश्यक है, क्योंकि यह आधुनिक समय की अनिवार्य आवश्यकता बन गई है। यह एक अच्छी आदत है, जो एक व्यक्ति को कठिन परिस्थितियों को सुलझाने और संभालने में पर्याप्त सक्षम बनाती है।