(निबंध लेखन) *प्रधानमंत्री का संक्रमण से लड़ने का* *प्रयास*
१)प्रस्तावना
२)जागरूकता का सुझाव (जनता कर्फ्यू)
३)देशहित में कर्तव्य पालन
४) मानव जनजीवन पर प्रभाव
५)पर्यावरण का नवीनीकरण
(based on corona pandemic)
Answers
Explanation:
प्रस्तावना- लॉकडाउन अर्थात तालाबंदी। इसके तहत सभी को अपने-अपने घरों में रहने की सलाह दी गई है जिसका सरकार की तरफ से कड़ाई से पालन भी करवाया जा रहा है। यह इसलिए जरूरी है, क्योंकि कोरोना वायरस नामक महामारी मानव जाति के इतिहास में पहली बार आई है।
अब पूरा देश इस वायरस से लड़ने के लिए अपने-अपने घरों में कैद हो गया है। इस महामारी के प्रकोप से लाखों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और इससे बचने का सिर्फ एक ही रास्ता है और वो है सोशल डिस्टेंसिग यानी कि सामाजिक दूरी। यह संक्रमण एक से दूसरे इंसान तक बहुत तेजी से फैलता है जिसके कारण भारत सरकार ने लॉकडाउन को ही इससे बचने के लिए आवश्यक कहा है।
अर्थात लॉकडाउन एक आपातकालीन व्यवस्था है, जो किसी आपदा या महामारी के वक्त लागू की जाती है। जिस इलाके में लॉकडाउन किया गया है, उस क्षेत्र के लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें सिर्फ दवा और खाने-पीने जैसी जरूरी चीजों की खरीदारी के लिए ही बाहर आने की इजाजत मिलती है। लॉकडाउन के वक्त कोई भी व्यक्ति अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर नहीं निकल सकता।
Answer:
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- विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना वायरस को महामारी घोषित कर दिया है। कोरोना वायरस बहुत सूक्ष्म लेकिन प्रभावी वायरस है। कोरोना वायरस मानव के बाल की तुलना में 900 गुना छोटा है, लेकिन कोरोना का संक्रमण दुनियाभर में तेजी से फ़ैल रहा है।
- कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है। इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है। इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं
- मोदी 2.0 सरकार पहले साल में हिंदुत्व के एजेंडे पर अपना परचम लहराने में कामयाब रही। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना और राम मंदिर पर आया ऐतिहासिक फैसला भाजपा की मूल विचारधारा की बड़ी जीत रही। हालांकि इस पहले साल के अंत में कोविड-19 ने कड़ी चुनौती जरूरी दी लेकिन सरकार ने भी इसके खिलाफ जंग में मोर्चा संभाल रखा है। पीएम मोदी की दूसरी बार बनी सरकार का एक साल 30 मई को पूरा हो रहा है।
- हालांकि दूसरे कार्यकाल के पहले साल में पीएम मोदी के सामने कोरोना वायरस की बड़ी चुनौती सामने है। लेकिन अपने ही अंदाज में मोदी सरकार इससे भी मोर्चा ले रही है। न सिर्फ देश के भीतर ही बल्कि दुनिया भर में देशों को मदद मुहैया कराकर भारत एक बार फिर विश्व गुरु की भूमिका में है।