निबंध (MARATHI)
दूरदर्शन शाप की वरदान
Doordarshan shap ki vardan
Answers
Explanation:
आज टेलीविज़न के माध्यम से जो सेक्स व हिंसा परोसी जा रही है, उससे हमारा युवा वर्ग हिंसा में ज़्यादा घुलता दिखाई पड़ रहा है जिससे समाज में दिन प्रतिदिन खून-खराबा, लड़ाई-झगड़े, चोरी-चकारी की वारदातें बढ़ती जा रही हैं। 20 साल पहले दूरदर्शन में जो कार्यक्रम प्रस्तुत होते थे, वो समाज में सदैव अच्छी सीख का प्रसार करते थे।
Answer:
दूरदर्शन हमारे घरों का आवश्यक उपकरण बन चुका हैं. छोटे पर्दे के सिनेमा के नाम से यह घर घर प्रतिनिधित्व कर रहा हैं. छात्रवर्ग तो दूरदर्शन का दीवाना हैं. उनके आचार-विचार, भाव भंगिमा नख शिख सज्जा भाषा और व्यवहार का दीक्षा गुरू दूरदर्शन बन चुका हैं.
दूरदर्शन का विस्तार– भारत में दूरदर्शन का आगमन वर्ष 1959 के आस-पास हुआ था. तब यह एक वैज्ञानिक चमत्कार मात्र की वस्तु थी. केवल सम्पन्न व्यक्ति अथवा सरकारी प्रतिष्ठान ही इसका आनन्द लेने के अधिकारी थे. किन्तु पिछले वर्षों में दूरदर्शन सुरसा के मुख की भांति विस्तार को प्राप्त हुआ हैं.
दूरदर्शन के लाभ– आज दूरदर्शन सर्वव्यापक रूप में जनजीवन का अनिवार्य अंग बन चूका हैं. सामजिक जीवन का कोई भी अंग, कोई भी क्षेत्र इससे प्रभावित हुए बिना नही रह सकता हैं.