नाभिक की संरचना का सचित्र वर्णन करो
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Explanation:
नाभिक की संरचना प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन के कारण होती हैं , जहाँ प्रोटॉन धनावेशित कण हैं जबकि न्यूट्रॉन अनावेशित होता हैं । न्यूट्रॉन के क्वार्क मॉडल ( quark model ) के आधार पर इसका नेट आवेश शून्य रहने पर भी इसे अशून्य (nonzero) चुबंकीय आघूर्ण प्राप्त हैं जिसका z-घटक 9.66×10-27A-m2 होता हैं ।
Answer:
नाभिक की संरचना प्रोटॉन तथा न्यूट्रॉन के कारण होती हैं , जहाँ प्रोटॉन धनावेशित कण हैं जबकि न्यूट्रॉन अनावेशित होता हैं । न्यूट्रॉन के क्वार्क मॉडल ( quark model ) के आधार पर इसका नेट आवेश शून्य रहने पर भी इसे अशून्य (nonzero) चुबंकीय आघूर्ण प्राप्त हैं जिसका z-घटक 9.66×10−27A−m2 होता हैं । इस संकल्पना की व्याख्या न्यूट्रॉन के आंतरिक बनावट के आधार पर की जा सकती हैं । न्यूट्रॉन की सरंचना तीन प्रकार के मौलिक कणों ( fundamental particles) व्दारा होती हैं जिन्हें क्वार्क (quark) कहा जाता हैंः
एक अप क्वार्क ( up quark ) , संकेत u , आवेश + 2e3
दो डाउन क्वार्क ( down quark ) , संकेत d , प्रत्येक पर आवेश - e3
तीन प्रकार के कणों के सम्मिलित प्रभाव से न्यूट्रॉन का नेट आवेश = 2e3−e3−e3 = शून्य । यदि ये क्वार्क गतिमान हो तब इनके व्दारा उत्पन्न चुंबकीय आघूर्ण अशून्य हो सकता हैं । चित्र में प्रदर्शित सरल मॉडल में u - क्वार्क r त्रिज्या v से वामावर्त दिशा में (anticlockwise) घूम रहा हैं तथा दोनों d - क्वार्क उसी वृतीय पथ पर समान वेग v से दक्षिणावर्त दिशा में (clockwise) घूम रहे हैं ।
केवल u - क्वार्क की एकसमान वृत्तीय गति के कारण उत्पन्न चुंबकीय आपूर्ण का परिमाण