नंबर एक, नंबर दो और नंबर तीन अजनबी से निबटने के कौन से तरीके सुझाते हैं और क्यों?
Class 6 NCERT Hindi Chapter ‘पार नज़र के’
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‘पार नज़र के’ कहानी के लेखक जयंत विष्णु नार्लीकर है। वे विज्ञान तथा साहित्य के महान लेखक हैं। यह कहानी विज्ञान पर आधारित काल्पनिक कथा है। इसमें एक ऐसी स्थिति की परिकल्पना की गई है जब सूर्य अपना ताप और ऊर्जा देना बंद कर देगा और लोगों को पृथ्वी के अंदर सुरंग बनाकर जंतुओं के सारे जीवन बिताना पड़ेगा। यह सब अपने आप में रोमांचकारी तथा विस्मय से पूर्ण कल्पना है।
उत्तर:-
मंगल ग्रह पर एक अंतरिक्ष यान के आने का समाचार सुनकर कॉलोनी की प्रबंध समिति के अध्यक्ष एक सभा बुलाते हैं। नंबर एक पर कॉलोनी के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी थी। नंबर दो एक वैज्ञानिक थे तथा नंबर 3 सामाजिक व्यवस्था का काम देखते थे। इन तीनों ने ही अजनबी अंतरिक्ष यान से निपटने के लिए अपने अपने सुझाव दिए। नंबर 1 के अनुसार उस अंतरिक्ष यान में जीव नहीं है बल्कि यंत्र है। यदि यान अपने आप उनकी ज़मीन पर उतरेगा तो उसे बेकार करने की क्षमता उनमें है और वे उसे बेकार कर देंगे। नंबर दो का सुझाव था कि यंत्रों को बेकार न किया जाए। उन्हें सिर्फ यान का अवलोकन करते रहना चाहिए। नंबर 3 का सुझाव था कि उन्हें इस तरह का प्रबंध करना चाहिए जिससे अंतरिक्ष यान के यंत्रों को यह ग़लतफ़हमी हो जाए कि उनकी ज़मीन पर कोई भी चीज महत्वपूर्ण नहीं है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
उत्तर:-
मंगल ग्रह पर एक अंतरिक्ष यान के आने का समाचार सुनकर कॉलोनी की प्रबंध समिति के अध्यक्ष एक सभा बुलाते हैं। नंबर एक पर कॉलोनी के सुरक्षा की ज़िम्मेदारी थी। नंबर दो एक वैज्ञानिक थे तथा नंबर 3 सामाजिक व्यवस्था का काम देखते थे। इन तीनों ने ही अजनबी अंतरिक्ष यान से निपटने के लिए अपने अपने सुझाव दिए। नंबर 1 के अनुसार उस अंतरिक्ष यान में जीव नहीं है बल्कि यंत्र है। यदि यान अपने आप उनकी ज़मीन पर उतरेगा तो उसे बेकार करने की क्षमता उनमें है और वे उसे बेकार कर देंगे। नंबर दो का सुझाव था कि यंत्रों को बेकार न किया जाए। उन्हें सिर्फ यान का अवलोकन करते रहना चाहिए। नंबर 3 का सुझाव था कि उन्हें इस तरह का प्रबंध करना चाहिए जिससे अंतरिक्ष यान के यंत्रों को यह ग़लतफ़हमी हो जाए कि उनकी ज़मीन पर कोई भी चीज महत्वपूर्ण नहीं है।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।
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Answer:
नबि एक ने कहा मक अतरिक्ष यानों के बेकाि से कोई भला नहीं होने वाला, इससे हमें जानकािी प्राप्त किना औि भी कमठन हो जाएगा। उसके अनसाि यान जीव िमहत हैं इसमलए इनसे उनके गह को कोई खतिा नहीं है। नबि दो ने भी नबि एक की बात का बात का समथिन किते हए कहा मक यत्र बेकाि कि देने से दसि गह के लोग हमािे बािे में जान जायेंगे इसमलए हमें केवल अवलोकन किते िहना चामहए। नबि तीन ने अपने अमस्तत्व को मछपाए िखने के महत्व पि जोि देते हए मक हमें कछ ऐसा प ् रबध किना चामहए तामक यान भेजने वाले को लगे की इस गह में कछ ख़ास नहीं है।
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