निचे चित्र को ध्यानपवूर्क दखेकर, सोचकर 100-120 शब्द मे एक लघु कथा कि रचना कीजिये |
Answers
होली की छुट्टियाँ हैं। राधा अपनी प्यारी सहेली शारदा से मिलने आयी है।
“शारदा तुम बहुत उदास हो। क्या बात है जो मुझसे छुपा रही हो? “राधा ने पूछा।
“नहीं, कोई बात नहीं है। मैं कल के बारे में सोचकर उदास हूँ। पिछले साल बाजार वाले रासायनिक रंग से चेहरे पर दाग हो गए थे। मैं इस बार होली नहीं खेलूँगी। “राधा उदास होकर बोली
“इतनी सी बात है। चल मेरे साथ। “राधा शारदा को अपने बगीचे ले आयी। दोनों सहेलियाँ बिभिन्न रंग के फूल और हरे-हरे पत्ते तोड़े।
“राधा इनका क्या करोगी?” शारदा उत्सुकता से पूछी।
“इनका कमाल कल देखना।” राधा बोली
राधा अन्य सहेलियों के साथ मिलकर फूलो और पत्तों से प्राकृतिक रंग बनायी।
अगले दिन सभी सहेलियाँ राधा के साथ शारदा के घर जाती है। शारदा के गाल पर रंग लगाते हुए बोलती हैं, “बुरा न मानो होली है।”
“अरे! ये क्या किया? रासायनिक रंगों से मुझे एलर्जी है।” शारदा बोली
“जा, आईने मेंअपना चेहरा देख।” सभी सहेलियाँ एक स्वर में बोली।
आईने में अपना चेहरा देख शारदा फूली न समायी। वह फुदकते हुए आयी और सहेलियों के साथ झूमते हुए मदमस्त होकर होली खेलने लगी।