English, asked by krsanjeev107, 3 months ago

नीचे लिखे गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
समाटों की सत्ता काँपी, भूपों के सिंहासन डोले।
गणतंत्र तुम्हारे आते ही, जन-मन जागे, कण-कण बोले।
गणतंत्र तुम्हारे स्वागत में, प्राणों के पुष्प बिछाए हैं,
आजादी के परवानों ने, हँस-हँस कर शीश चढ़ाए हैं।
आओ-आओ निज जननी को, जुग जुग गणतंत्र निहाल करो,
फिर गौरवशाली माता का, भू-तल पर उन्नत भाल करो।
डग-डग पर डगमग करने को, पग-पग पर पड़े प्रलोभन है.
पथभ्रष्ट कहीं मत हो जाना, मोहक रमणी, धरणी जन हैं।
गण-गण
में
गुण-गण विकसित हों, कण-कण से कायरता भागे,
मन-मन में भद्र भाव उमगे, जन-जन में नैतिकता जागे।
समता, स्वतंत्रता बंधु भाव से गूंज उठे पृथ्वी सारी,
यह लोक 'सत्य शिव सुंदर' हो, मानवता हो मंगलकारी। -

(ङ) इस काव्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।

Answers

Answered by anandmudgil9099
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Explanation:

इस काव्यांश का उचित शीर्षक

है गणतंत्रदिवस ।

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