नीचे दिए गए अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए। कौन-कौन बातें कर रहे हैं? उन्हें पहचानकर अनुच्छेद को संवाद में बदलकर लिखिए। कुछ शब्दों पंक्तियों को हटाया जा सकता है- एक राजा बहुत घमंडी था। एक भिखारी ने उसका घमंड तोड़ने की इच्छा की। भिखारी राजा के दरबार में पहुँचा और भिक्षा पात्र सामने रख दिया। राजा ने पूछा “क्या चाहते हो? भिखारी ने भोले भाव से कहा दे दें पर एक शर्त है कि जो कुछ भी दें उससे मेरा पात्र पूरा भर जाए।'' राजा ने घमंड में भरकर कहा कि यह भी कोई शर्त हुई। क्या तुझे पता है कि तू किससे बात कर रहा है। किसके सामने खड़ा है ? भिखारी ने मुसकरा कर कहा हाँ मैं जानता हूँ राजा के सामने खड़ा हूँ। राजा ने पूछा “यह पात्र किस चीज से भरूँ। भिखारी ने कहा जिससे तुम चाहो; कूड़ा-करकट हो या हीरे-जवाहरात। राजा ने हीरे-जवाहरातों से पात्र भरना शुरू किया पर वह भरा न जा सका। खजाना खाली हो गया कोष खाली हो गए सुबह से शाम हो गई पात्र न भरा जा सका। राजा को अपनी गलती का अहसास हुआ व शर्मिंदा होते हुए बोला “महाराज आप कौन हैं? और यह पात्र क्या है? भिखारी बोला मैं विष्णु हूँ यह पात्र मन है जो कभी नहीं भरता इसमें जितना डालो खो जाता है। सिकंदर का मन नहीं भरा नेपोलियन का नहीं भरा हिटलर का नहीं भरा- यह खाली पात्र मन है।
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I don't know hum job Lage hue hain please Google se pata kar lo
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