नीचे दिए गए गद्यांश को पढकर प्रश्नों के उत्तर
महात्मा गाँधी अपने काम अपने हाथ से करने पर गल देव धाव हर व्यक्ति से उम्मीद करते थे कि वह अपनी
संबंधित हर काम सफाई तक स्वयं करेगीपनका कहना था कि जो मेहचत नहीं करता,वह पाम करता है और पाप
खाना मुनियों ने कहा है-बिना मेहनत किए जाना खादर चोर है उनका धन का अध्ययन यही बताता है कि
उपभोक्ता को उत्पादनकर्ता होना चाहिएउनकी जीतियों का निरादर फले के परिणान हम आज भी भोग रहे
कम होने में आती इन बेरोजगारी पर नियन्त्रण हो पाता है और न अपराधों की वृधि हमारे पर
परयों की वृधि हमारे देश की बात हो रही
दक्षिण कोरिया वासियों ने मेहनत करक ऐसे अच्छे भवनों का निर्माण किया है जिनसे किसी को भी जलन हो सकती
नसला गाँधी सबसे क्या उम्मीद करते है।
(ख) गरीबीबरोजगारी और अपराध किस कारण पनपते है।
मुनियों में क्या सही
दक्षिण कोरियपालिया ने क्या किया?
महात्मा गांधी के अनुसार पाप का अन्न कोन खाता है?
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Mahatma Gandhi ek bahut vyakti the unhone Apne Desh ke swatantrata ke liye apni Jaan Tak Laga di thi. nrj
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