: नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।। पानी गए न ऊबरै, मोती मानुस चून।। उपर्युक्त पंक्तियों में 'पानी' शब्द मोती और मानुस के लिए किस अर्थ में प्रयुक्त किया गया है? 1. मोती के लिए 2. मानुस के लिए
Answers
Answered by
9
Answer:
रहीम का कहना है कि जिस तरह आटे का अस्तित्व पानी के बिना नम्र नहीं हो सकता और मोती का मूल्य उसकी आभा के बिना नहीं हो सकता है, उसी तरह मनुष्य को भी अपने व्यवहार में हमेशा पानी (विनम्रता) रखना चाहिए जिसके बिना उसका मूल्यह्रास होता है।
Answered by
0
दिए गए प्रश्न का उत्तर इस प्रकार है -
रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून।। पानी गए न ऊबरै, मोती मानुस चून।।
- प्रस्तुत पंक्तियों में रहीम ने तीन अर्थो में पानी को प्रयुक्त किया है।
- पहले अर्थ में पानी का प्रयोग " विनम्रता " के लिए किया है। रहीम कहते है कि मनुष्य को पानी की तरह विनम्र होना चाहिए। विनम्रता के बिना मनुष्य का कोई मोल नहीं।
- दूसरे अर्थ में रहीम जी ने पानी का प्रयोग " आभा " अथवा " चमक " के लिए किया है जिसके बिना मोती का कोई मूल्य नहीं होता।
- पानी का तीसरा अर्थ रहीम जी ने " आटे " या " चुने" के लिए किया है। कवि कहते है कि आटे के बिना संसार का कोई मूल्य नहीं।
Similar questions