नीचे दी गई रेखाओं के आधार पर कहानी पूरी कीजिए:
!लालची गवाला !
एक ग्वाला------ दूध में पानी डालना -------अमीर बनना ------भैंस खरीदने गांव जाना --------रास्ते में विश्राम करना----- पेड़ के नीचे सोना----- बंदर का थैली ले जाना ------कुछ पैसे जमीन पर और कुछ पानी में फेंकना---- शिक्षा
help me !!!!?????!!!!
✔️✔️✔️✔️✔️
Answers
नीचे दी गई रेखाओं के आधार पर कहानी पूरी कीजिए:
!लालची गवाला !
एक ग्वाला------ दूध में पानी डालना -------अमीर बनना ------भैंस खरीदने गांव जाना --------रास्ते में विश्राम करना----- पेड़ के नीचे सोना----- बंदर का थैली ले जाना ------कुछ पैसे जमीन पर और कुछ पानी में फेंकना---- शिक्षा
पूरी कहानी इस प्रकार है :
एक गाँव के ग्वाले की बात है , वह दूध बेचने के लिए रोज़ शहर जाता था | दूध बेचने जाते समय रास्ते में पड़ती थी , वह नदी से पानी लेकर दूध में पानी मिला दिया करता था | इस तरह वह बहुत पैसे कमाता था | इन्ही पैसों से वह एक दिन अमीर बन गया | एक दिन वह भैंस खरीदने के लिए गाँव जा रहा था | वह चलते-चलते बहुत थक गया था | वह रास्ते कुछ देर के लिए विश्राम करने के लिए रुक गया | वह पेड़ के नीचे सो गया |
अचानक से बंदर आया और उसने जेब से पैसों की थैली ले गया | बंदर ने कुछ पैसे जमीन में फैंके और कुछ पैसे पानी में डाल दिए | ग्वाला सोकर जागा , वह चिल्लाने लगा , बंदर ने उसके पानी में डाल दिए थे | ग्वाला को बहुत दुःख हुआ और कहने लगा मेरी सारी कमाई पानी में मिला दी | ग्वाले ने जितना भी पैसे पानी में मिलाकर कमाया था वह सारा पानी में चला गया | ग्वाले को अब समझ आ गई कि यह गलत काम है , इसका फल भी अंत में बुरा ही मिलता है | अब ग्वाला ईमानदारी से दूध बेचने लगा
शिक्षा : कहानी से हमें शिक्षा मिलती कि हमें किसी के साथ बेईमानी नहीं करनी चाहिए | हमें ईमानदारी के साथ काम करना चाहिए |
लालची ग्वाला।
Explanation:
- एक गाँव में एक ग्वाला रहता था। वह बहुत लालची था। वह दूध में पानी मिलाकर बेचता था, जिससे उसे खूब फायदा होता था।
- पानी वाला दूध बेच बेचकर वह धीरे धीरे अमीर बनने लगा। एक दिन वह नई भैंस खरीदने के लिए गाँव जा रहा था।
- दोपहर का समय था। कड़ी धूप के कारण वह थक गया और आराम करने के लिए पास के पेड़ के नीचे सो गया। उसने अपने पैसों की थैली निकालकर जमीन पर रख दी।
- पेड़ के पास एक नदी थी और पेड़ पर एक बंदर था। बंदर पैसों की थैली लेकर पेड़ पर चढ़ गया। वह एक सिक्का पानी में तो एक सिक्का जमीन पर फेंकने लगा।
- कुछ देर बाद ग्वाले की नींद खुली। उसने जमीन पर पड़े हुए सिक्के देखे। उसने देखा कि बंदर बहुत सारे सिक्के पानी में डाल चुका है।
- वह बहुत दुखी हुआ और जमीन पर पड़े सिक्कों को इकट्ठा करने लगा। उसने सोचा कि मेरी आधी कमाई तो आज पानी में मिल गई। यह वह कमाई थी जो उसने दूध में पानी मिलाकर कमाई थी।
- ग्वाले को अपनी गलती का एहसास हुआ। बेईमानी से किसी भी काम में लाभ नही मिलता। तब से ग्वाला ईमानदारी से काम करने लगा।
- सीख: हमें हमेशा अपना काम ईमानदारी से करना चाहिए।