नीचे दिये गये वाक्यों में रचना के आधार पर वाक्य भेद बताओ |
१) जब असफल हो गए तो शोक करना व्यर्थ है |
क) संयुक्त
ख) सरल
ग) मिश्र
घ) आज्ञावाचक
२) सूर्य उगा और अंधेरा नष्ट हुआ |
क) संयुक्त
ख) संकेत वाचक
ग) विधान वाचक
घ) मिश्र
३) संकट आ जाए तो घबराना उचित नहीं |
क) संयुक्त
ख) सरल
ग) मिश्र
घ) आज्ञार्थक
४) जब तक विन्ध्वंस नहीं होता तब तक नव-निर्माण नहीं हो सकता |
क) संयुक्त
ख) सरल
ग) मिश्रित
घ) तीनों में से कोई नहीं
५) यदि पुस्तक होती तो श्याम अवश्य पढ़ता |
क) सरल
ख) संयुक्त
ग) संकेत वाचक
घ) मिश्रित
६) परिवार की शोभा वही बढ़ा सकता है, जो सबका चहेता हो |
क) इच्छावाचक
ख) सरल
ग) मिश्रित
घ) संयुक्त
७) जो पक्षी आकाश में विचरण करते हैं वे बड़े भले लगते हैं |
क) मिश्रित
ख) सरल
ग) संयुक्त
घ) विस्मयादिबोधक
८) मैंने उसे पढ़ाया और नौकरी दिलाई |
क) सरल
ख) संयुक्त
ग) मिश्रित
घ) आज्ञावाचक
Answers
Answer:
1st- संयुक्त
2nd- संयुक्त
3rd - संयुक्त
4th - मिश्रित
5th - संयुक्त
6th - मिश्रित
7th - मिश्रित
8th - संयुक्त
Answer:
१) जब असफल हो गए तो शोक करना व्यर्थ है - संयुक्त वाक्य
२) सूर्य उगा और अंधेरा नष्ट हुआ | - संयुक्त वाक्य
३) संकट आ जाए तो घबराना उचित नहीं | - संयुक्त वाक्य
४) जब तक विन्ध्वंस नहीं होता तब तक नव-निर्माण नहीं हो सकता | - मिश्रित वाक्य
५) यदि पुस्तक होती तो श्याम अवश्य पढ़ता | - संयुक्त वाक्य
६) परिवार की शोभा वही बढ़ा सकता है, जो सबका चहेता हो | - मिश्रित वाक्य
७) जो पक्षी आकाश में विचरण करते हैं वे बड़े भले लगते हैं | - मिश्रित वाक्य
८) मैंने उसे पढ़ाया और नौकरी दिलाई | - संयुक्त वाक्य
Explanation:
सयुंक्त वाक्य : ऐसे वाक्य जिनमें दो या दो से अधिक उपवाक्य शामिल हो एवं सभी उपवाक्य प्रधान हो, उन वाक्य को संयुक्त वाक्य कहा जाता है।
संयुक्त वाक्य जिसमें दो या दो से अधिक सरल वाक्य या मिश्र वाक्य शामिल होते हैं। यह वाक्य एक दूसरे पर आश्रित नहीं होते हैं एवं संयोजक अव्यय इन वाक्यों को मिलाता है।
संयोजक अभियोग के रूप में बहुत सारे शब्द जैसे: और, एवं, फिर, या, अथवा, परंतु, इसलिए, तथा, तो, नहीं तो, भी, किंतु इत्यादि शब्दों का प्रयोग होता है। इन शब्दों के माध्यम से संयुक्त वाक्य का निर्माण होता है।
मिश्रित वाक्य- जिस वाक्य में मुख्य उद्देश्य और मुख्य विधेय के अलावा एक या अधिक समापिका क्रियाएँ हों, उसे ‘मिश्रित वाक्य’ कहते हैं।
दूसरे शब्दों में – जिन वाक्यों में एक प्रधान (मुख्य) उपवाक्य हो और अन्य आश्रित (गौण) उपवाक्य हों तथा जो आपस में कि, जो, क्योंकि, जितना, उतना, जैसा, वैसा, जब, तब, जहाँ, वहाँ, जिधर, उधर, अगर/यदि, तो, यद्यपि, तथापि, आदि से मिश्रित (मिले-जुले) हों उन्हें मिश्रित वाक्य कहते हैं।
सरल वाक्य- जिन वाक्य में एक ही क्रिया होती है, और एक कर्ता होता है, वे साधारण वाक्य कहलाते है।
दूसरे शब्दों में – जिन वाक्यों में केवल एक ही उद्देश्य और एक ही विधेय होता है, उन्हें साधारण वाक्य या सरल वाक्य कहते हैं।
इसमें एक ‘उद्देश्य’ और एक ‘विधेय’ रहते हैं।
१) जब असफल हो गए तो शोक करना व्यर्थ है - संयुक्त वाक्य
२) सूर्य उगा और अंधेरा नष्ट हुआ | - संयुक्त वाक्य
३) संकट आ जाए तो घबराना उचित नहीं | - संयुक्त वाक्य
४) जब तक विन्ध्वंस नहीं होता तब तक नव-निर्माण नहीं हो सकता | - मिश्रित वाक्य
५) यदि पुस्तक होती तो श्याम अवश्य पढ़ता | - संयुक्त वाक्य
६) परिवार की शोभा वही बढ़ा सकता है, जो सबका चहेता हो | - मिश्रित वाक्य
७) जो पक्षी आकाश में विचरण करते हैं वे बड़े भले लगते हैं | - मिश्रित वाक्य
८) मैंने उसे पढ़ाया और नौकरी दिलाई | - संयुक्त वाक्य
#SPJ3