नागरी जी के पिता जी सरकारी। कर्मचारी थे (निषेधार्थक वाक्य)
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नागर जी के पिताजी सरकारी कर्मचारी नही थे |
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नागरी जी के पिताजी सरकारी कर्मचारी नहीं थे।
- निषेधार्थक वाक्य वह वाक्य होता है जिससे नकारात्मक संदेश मिलता है। इन वाक्यों में नहीं शब्द का प्रयोग किया जाता है।
- वाक्य के विभिन्न प्रकार होते है जैसे
- संदेह वाचक वाक्य जब किसी कार्य को करने या किसी घटना के घटने का अंदेशा हो , अर्थात उस कार्य के होने का संदेह हो तब वह वाक्य संदेश वाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में कदाचित अथवा शायद जैसे शब्दो का प्रयोग होता है। उदाहरण : शायद , आज वर्षा हो।
- विस्मियादि बोधक वाक्य : जिन वाक्यों में विस्मय अर्थात आश्चर्य दिखाया जाता है , अथवा दुख की अनुभूति होती है , अथवा खुशी प्रकट की जाती है , वे विस्मियादि बोधक वाक्य कहलाते है। इन वाक्यों में ओह, वाह, अरे आदि का प्रयोग होता है । उदाहरण वाह ! तुम कक्षा में प्रथम अाई हो।
#SPJ3
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