नाक को किसका प्रतीक माना जाता है-
Answers
नाक को मान-मर्यादा, प्रतिष्ठा, स्वाभिमान मान-मर्यादा का प्रतीक माना जाता है।
व्याख्या :
नाक को स्वाभिमान, मान-मर्यादा का प्रतीक मानकर उससे संबंधित कई मुहावरे भी गढ़े गए हैं, जैसे नाक कटना, नाक का सवाल, नाक रगड़ना, नाक रखना यह सब मुहावरे व्यक्ति के सम्मान-प्रतिष्ठा से जुड़े हुए हैं।
‘जॉर्ज पंचम की नाक’ पाठ में लेखक ने इसी नाक के माध्यम से विभिन्न बातें स्पष्ट की हैं। भारत के आजादी के बाद रानी एलिजाबेथ पहली बार अपने पति के साथ भारत के भ्रमण पर आ रही थी और भारत में लगी जॉर्ज पंचम की लाट की नाक टूट जाने के कारण जॉर्ज पंचम की प्रतिष्ठा धूमिल होने बात थी। विदेशी लोग अपनी नाक को प्रतिष्ठा का सवाल बना लेते हैं। इसीलिए जॉर्ज पंचम की लाट की नाक लगाने के लिए भारत के हुक्काम अपनी कोशिश में लगे थे ताकि रानी एलिजाबेथ के सामने उन्हें शर्मिंदा ना होना पड़े।
Explanation:
नाक, इज्जत-प्रतिष्ठा, मान-मर्यादा और सम्मान का प्रतीक है। शायद यही कारण है कि इससे संबंधित कई मुहावरे प्रचलित हैं जैसे - नाक कटना, नाक रखना, नाक का सवाल,नाक रगड़ना आदि। इस पाठ में नाक मान सम्मान व प्रतिष्ठा का द्योतक है।