‘नौकरों को हमें वेतनभोगी मज़दूर नहीं, अपने भाई के समान मानना चाहिए। इसमें कुछ कठिनाई हो सकती है, फिर भी हमारी कोशिश सर्वथा निष्फल नहीं जाएगी।’गाँधी जी ऐसा क्यों कहते होंगे? तर्क के साथ समझाओ।
Class 6 NCERT Hindi Chapter ‘नौकर’
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उत्तर :-
गांधीजी नौकरों को वेतन देकर काम करने वाले मजदूर नहीं समझते थे। उनका विचार था कि नौकरों को अपने भाई और बहन मानना चाहिए। नौकर भी तो एक मनुष्य होता है। उन्हें परिवार के सदस्यों के समान आदर देना चाहिए। इससे वे लोग अच्छी तरह काम करते है। प्यार व सम्मान पाकर नौकर स्वयं को हमारे घर का एक सदस्य मानने लगेगा और अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करेंगा। उनमें दीन भावना समाप्त हो जाती है, जिससे वे समाज की प्रगति में भी अपना हाथ बंटाते हैं।
आशा है कि यह उत्तर आपकी मदद करेगा।।।
गांधीजी नौकरों को वेतन देकर काम करने वाले मजदूर नहीं समझते थे। उनका विचार था कि नौकरों को अपने भाई और बहन मानना चाहिए। नौकर भी तो एक मनुष्य होता है। उन्हें परिवार के सदस्यों के समान आदर देना चाहिए। इससे वे लोग अच्छी तरह काम करते है। प्यार व सम्मान पाकर नौकर स्वयं को हमारे घर का एक सदस्य मानने लगेगा और अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करेंगा। उनमें दीन भावना समाप्त हो जाती है, जिससे वे समाज की प्रगति में भी अपना हाथ बंटाते हैं।
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नौकरों को हमें वेतनभोगी मजदूर नहीं, अपने भाई के समान मानना चाहिए। इससे हमें कुछ कठिनाई हो सकती है, फिर भी हमारी कोशिश सर्वथा निष्फल नहीं जाएगी। गांधी जी ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि हमारे समाज में नौकरों को परिवार के सदस्य की तरह मानने की लोगों की मानसिकता नहीं रही है। नौकर भी मनुष्य होते हैं।
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