नालाखत गद्याशका ध्यानपूर्वक पढ़करराए गएमरमापारपाण-
राष्ट्रभाषा होने के लिए किसी भाषा में कुछ विशेषताएँ होना अनिवार्य होती
हैं। सर्वप्रथम गुण उस भाषा की व्यापकता है। जो भाषा देश के सर्वाधिक जनों और
सर्वाधिक क्षेत्र में बोली और समझी जाती हो वही राष्ट्रभाषा पद की अधिकारिणी होती
है। भाषा की समद्धता उसकी दूसरी विशेषता है, उस भाषा का शब्द समुदाय
ज्ञान-विज्ञान की सभी उपलब्धियों को व्यक्त करने की क्षमता रखता हो। धर्म, दर्शन,
विज्ञान, सामाजिक परिवर्तन, अन्तर्राष्ट्रीय परिदृश्य आदि सभी कुछ उस भाषा द्वारा
जनसाधारण तक पहुंचाया जा सके। तीसरी विशेषता उसकी सरलता है। अन्य
भाषा-भाषी उसे बिना कठिनाई के सीख सकें। उस भाषा की लिपि भी सरल और
वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित हो तथा उस भाषा में निरन्तर विकसित होने की सामर्थ्य
हो।
उपर्युक्त विशेषताओं के परिप्रेक्ष्य में विचार करने पर समस्त भारतीय
भाषाओं में हिन्दी ही राष्ट्रभाषा की अधिकतम योग्यता रखती है। देश की
अधिसंख्यक जनता द्वारा वह बोली एवं समझी जाती है। ज्ञान विज्ञान के विविध
विषयों पर उसमें साहित्य निर्माण हुआ है और हो रहा है। तकनीकी और परिभाषिक
शब्दावली के लिए जहाँ उसे संस्कृत को समृद्ध शब्द-भण्डार प्राप्त है। वहीं उसकी
पाचन शक्ति भी उदार है। उसकी लिपि पूर्ण वैज्ञानिक है। इस प्रकार हिन्दी ने स्वयं
को राष्ट्र भाषा का उत्तरदायित्व संभालने के लिए गम्भीरता से तैयार किया है।
(1) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
(2) भारतीय भाषाओं में कौन-सी भाषा राष्ट्र भाषा होने की अधिकतम योग्यता रखती
है और क्यों?
3) किसी भाषा के राष्ट्र भाषा होने के लिए उसमें सबसे अधिक किस गुण का होना
आवश्यक है?
Answers
(1) प्रस्तुत गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
Ans. हमारी राष्ट्रभाषा: हिन्दी
(2) भारतीय भाषाओं में कौन-सी भाषा राष्ट्र भाषा होने की अधिकतम योग्यता रखती है और क्यों?
Ans. भारतीय भाषाओं में हिन्दी राष्ट्र भाषा होने की अधिकतम योग्यता रखती
है |
क्योंकि
- यह देश की अधिसंख्यक जनता द्वारा बोली एवं समझी जाती है।
- ज्ञान विज्ञान के विविध विषयों पर उसमें साहित्य निर्माण हुआ है और हो रहा है।
- तकनीकी और परिभाषिक शब्दावली के लिए हिन्दी के पास समृद्ध शब्द-भण्डार है।
- हिन्दी भाषा की लिपि भी सरल और वैज्ञानिक पद्धति पर आधारित है |
(3) किसी भाषा के राष्ट्र भाषा होने के लिए उसमें सबसे अधिक किस गुण का होना आवश्यक है?
Ans. किसी भाषा के राष्ट्रभाषा होने के लिए उसमें तीन विशेषताएँ होना अनिवार्य हैं।
- भाषा की व्यापकता
- भाषा की समद्धता
- भाषा की सरलता
More Question:
जो बीत गई सो बात गई। जीवन में एक सितारा था, माना, वह बेहद प्यारा था, वह डूब गया तो डूब गया। अंबर के आनन को देखो, कितने इसके तारे टुटे, कितने इसके प्यारे छूटे, जो छूट गए फिर कहाँ मिले पर बोलो टूटे तारों पर, कब अंबर शोक मनाता है? जो बीत गई सो बात गई। जीवन में वह था एक कुसुम, थे उस पर नित्य निछावर तुम, वह सूख गया तो सूख गया मधुबन की छाती को देखो, सूखी कितनी इसकी कलियाँ मुरझाई कितनी वल्लरियाँ, जो मुरझाई फिर कहाँ खिलीं, पर बोलो सूखे फूलों पर, कब मधुबन शोर मचाता है? जो बीत गई सो बात गई।
क) ‘जो बीत गई सो बात गई’ से क्या तात्पर्य है? स्पष्ट कीजिए।
ख) आकाश की ओर कब देखना चाहिए और क्यों?
ग) ‘सूखे फूल’ और ‘मधुबन’ के प्रतीकार्थ स्पष्ट कीजिए।
घ) टूटे तारों का शोक कौन नहीं मनाता है?
ङ) आपके विचार से ‘जीवन में एक सितारा’ किसे माना होगा?
https://brainly.in/question/15035736