नीलू पक्षियों के बच्चों की देखभाल कैसे किया करता था?
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अगर आपके पास इन दोनों में से कुछ भी मौजूद ना हो तो आप चिड़िया के बच्चे के मुंह में फिट हो जाने वाली चॉपस्टिक (Chopstick) से काम चला सकते हैं। चिड़िया के बच्चे को खाना खिलाने के लिए चुटकी या चिमटी की मदद से खाने को पकड़ें या चॉपस्टिक पर लगा कर चिड़िया के बच्चे के मुंह में डालें
परिंदों की भूख मिटाएं, ग्रह पीड़ा हटाएं-
कुंडली में यदि राहु-केतु की महादशा हो तो पशु-पक्षियों को बाजरा डालना चाहिए। पशु-पक्षियों को ज्वार खिलाने से शुक्र ग्रह की पीड़ा दूर होती है। गेहूं खिलाने से सूर्य की पीड़ा दूर होती है। चावल से मानसिक परेशानियां दूर होकर मानसिक शांति मिलती है।
कोयल अपने अंडे रोक पाने में सक्षम होती है और इस तरह वह कौवों के एक से अधिक घोसलों में अंडे देती है।
आपको ये भी जान लेना चाहिए की एक चमगादड़ का वजन 2 ग्राम से लेकर 1200 ग्राम तक होता है। अब आप ऊपर दिए गए सवाल का जबाब समझ चुँके है। आपको एकबार फिर बता दूँ की चमगादड़ ही एकमात्र ऐसा स्तनधारी पक्षी है जो अपने बच्चे को दूध पिलाता है।