Science, asked by pradipajatava49, 5 months ago

नील्स बोर (1885-1962) का
(जन्म 7 अक्टूबर, 1885 में
कोपेनहेगन में हुआ था। 1916
में कोपेनहेगन विश्वविद्यालय में
उनको भौतिकशास्त्र का प्रोफेसर
नियुक्त किया गया। 1922 में
उनको. परमाणु की संरचना पर अपने योगदान के
लिए नोबेल पुरस्कार मिला। प्रोफेसर बोर के विविध
लेखों पर आधारित तीन पुस्तकें प्रकाशित हुई-
दिथ्योरी ऑफ़ स्पेक्ट्रा एंड एटॉमिक कॉन्स्टीट्यूशन
एटॉमिक थ्योरी. और
ii) दि डिस्क्रिप्शन ऑफ़ नेचर।​

Answers

Answered by Sнιναηι
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परमाणु भौतिकी में, रदरफोर्ड-बोर मॉडल या बोर मॉडल सन १९१३ में नील्स बोर तथा रदरफोर्ड द्वारा सम्मिलित रूप से प्रस्तुत किया गया था। इस मॉडल के अनुसार परमाणु के केन्द्रीय भाग में छोटा, धनात्मक आवेश वाला नाभिक होता है तथा उसके चारो ओर वृत्ताकार कक्षा में इलेक्ट्रॉन चक्कर लगाते हैं। यह मॉडल सौर मण्डल के मॉडल जैसा ही है, अन्तर केवल इतना है कि यहाँ इलेक्ट्रॉनों की वृत्तीय गति के लिए आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल नाभिक में स्थित धनावेशित प्रोटॉनों एवं ऋणावेशित इलेक्ट्रॉनों के बीच के आकर्षण बल से मिलता है, गुरुत्वाकर्षण से नहीं। यह मॉडल, रदरफोर्ड के परमाणु मॉडल में थोड़ा सुधार करके किया गया है- इसके क्वाण्टम भौतिकी का सहारा लिया गया है।

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