निम्न को सुमेल कीजिये :
(a) विशुद्ध नाइट्रोजन (i) क्लोरीन
(b) हैबर प्रक्रम (ii) सल्फ्यूरिक अम्ल
(c) संस्पर्श प्रक्रम (iii) अमोनिया
(d) डीकन विधि (iv) सोडियम ऐज़ाइड अथवा बेरियम ऐज़ाइड
निम्न में से कौन सा विकल्प सही है?
(a) (b) (c) (d)
(1) (I) (ii) (iii) (iv)
(2) (ii) (iv) (i) (iii)
(3) (iii) (iv) (ii) (i)
(4) (iv) (iii) (ii) (i)
Answers
3) iii) iv) ii) I)
you understand
I know
thanks you
दिए गए रासायानिक शब्दों का सही सुमेल है, विकल्प (4) - (iv) (iii) (ii) (i) ।
(a) विशुद्ध नाइट्रोजन - (iv) सोडियम ऐज़ाइड अथवा बेरियम ऐज़ाइड
• सोडियम ऐज़ाइड (NaN₃) अथवा बेरियम ऐज़ाइड (Ba(N₃)₂) को गर्म करने पर, वह विघटित होकर सोडियम तथा बेरियम क्रमशः, एवं विशुद्ध नाइट्रोजन देता है।
• इस अभिक्रिया को निम्न रूप से दर्शाया जा सकता है :
Ba(N₃)₂ + ∆ → Ba + 2N₃
NaN₃ + ∆ → Na + N₃
(b) हैबर प्रक्रम - (iii) अमोनिया
• नाइट्रोजन एवं हाइड्रोजन के 1 : 3 अनुपात एवं आयरन उत्प्रेरक की उपस्थिति में 400-450°C ताप तथा 200 atm दाब पर अमोनिया प्राप्त करने की प्रक्रिया को हैबर प्रक्रम कहा जाता है।
• इस अभिक्रिया को निम्न प्रकार दर्शाया जा सकता है :
N₂ + 3H₂ + Fe/400-450°C/200 atm → 2NH₃
(c) संस्पर्श प्रक्रम - (ii) सल्फ्यूरिक अम्ल
• संस्पर्श प्रक्रम, सल्फ्यूरिक अम्ल (H₂SO₄) प्राप्त करने की औद्योगिक प्रक्रिया है। इस प्रक्रम में निम्नलिखित अभिक्रियाएं शामिल होती हैं :
(i) S + O₂ → SO₂
(ii) SO₂ + O₂ + V₂O₅ (उत्प्रेरक) + 450°C → SO₃
(iii) SO₃ + H₂SO₄ → H₂S₂O₇
(iv) H₂S₂O₇ (गर्म ओलियम) + H₂O → H₂SO₄ (अधिक मात्रा में)
(d) डीकन विधि - (i) क्लोरीन
• डीकन विधि क्लोरीन उत्पन्न करने की एक प्रक्रिया है, जिसमें, हाइड्रोक्लोरिक अम्ल एवं ऑक्सीजन के बीच अभिक्रिया से क्लोरीन गैस प्राप्त किया जाता है।
4HCl + O₂ → 2Cl₂ + 2H₂O