Science, asked by Bhawnadhingra6063, 10 months ago

निम्न को समझाइए
(i) तापमापी द्रव के रूप में पारे का उपयोग क्यों किया जाता है?
(ii) द्विधातु पट्टी गर्म करने पर क्यों मुड़ जाती है?
(iii) 100°C पर वाष्प, 100°C के जल से अधिक गंभीर जलन क्यों देती है?
(iv) हम अपने पेय को ठण्डा करने के लिए बर्फ का उपयोग करते हैं और 0°C पर रखे जल का नहीं। क्यों?

Answers

Answered by shreekant16
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Explanation:

!) सामान्य तापमान दाब पर पारा द्रव रूप में रहता है । इसका वाष्पीकरण ताप उच्च है। तापीय प्रसार सभी द्रव पदार्थ में युक्तिसंगत या कम है । पारा कांच में जल्दी चिपकता नहीं, क्योंकि इसका पृष्टतनाव उच्च होता है । इन्ही सब कारणों से पारा को तापमापी के रूप में उपयोग किया जाता है ।

!!) द्विधातु पट्टी में दो अलग-अलग धातुओं को चिपका कर बना पट्टी होता है । दो अलग-अलग धातुओं का तापी प्रसार नियतांक भिन्न-भिन्न होने की वजह से समान ताप से दोनों धातुओं में अलग-अलग प्रसार होता है । भिन्न प्रसार होने की वजह से द्विधातु पट्टी मुड़ जाती है ।

!!!) 100 डिग्री पर वाष्प में गुप्त ऊष्मा रहता है, जबकि 100 डिग्री पर जल में गुप्त ऊष्मा नहीं होता है। यही वजह है वाष्प से जलन ज्यादा होता है ।

!^) 0 डिग्री पर बर्फ में गुप्त ऊष्मा होता है, जबकि 0 डिग्री पर जल पर गुप्त ऊष्मा नहीं होता है । यही कारण है कि ठंडा करने के लिए बर्फ का उपयोग किया जाता है ।

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