Chemistry, asked by adityatripathi7854, 10 months ago

निम्न में से PCl₅ से सम्बन्धित गलत कथन को पहचानिए :
(1) तीन मध्यवर्ती P — Cl आबन्ध एक दूसरे से 120º का कोण बनाते हैं।
(2) दो अक्षीय P — Cl आबन्ध एक दूसरे से 180° का कोण बनाते हैं।
(3) अक्षीय P — Cl आबन्ध, मध्यवर्ती P — Cl आबन्धों को तुलना में लम्बे होते हैं।
(4) PCl₅ अनभिक्रियाशील है।

Answers

Answered by abhi178
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उत्तर: विकल्प (4) PCl₅ अनभिक्रियाशील है।

प्रश्न वैलेंस शेल इलेक्ट्रॉन जोड़े के प्रतिकर्षण सिद्धांत (VSEPR) पर आधारित है |

पहले यौगिक का lone pairs पता लगाएं |

lone pairs की संख्या = (5 + 7 × 5 - 8 × 5)/2 = 0

और bond pairs की संख्या = 5

सिद्धांत से,PCl₅ की संरचना = त्रिकोणीय द्विभाजक के रूप में आंकड़ा में दिखाया गया है।

दो अक्षीय बंधन के बीच का कोण 180 ° है, इसलिए विकल्प (2) सही है।

मध्यवर्ती बंधन के बीच का कोण 120 ° है, इसलिए विकल्प (1) भी सही है।

अक्षीय बंधन मध्यवर्ती बंधन पर लंबवत होते हैं और इसलिए विकल्प (3) भी सही है।

लेकिन A अस्थिर यौगिक है। इसलिए विकल्प (4) गलत है |

इसलिए, (4) वह विकल्प है जो गलत है|

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